100 करोड़ GST टैक्स चोरी के मामले में बरेली से तीन कारोबारी गिरफ्तार, ऐसे करते थे चोरी
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100 करोड़ GST टैक्स चोरी के मामले में बरेली से तीन कारोबारी गिरफ्तार, ऐसे करते थे चोरी

तीनों कारोबारियों को लखनऊ कोर्ट में पेश किया गया, जहां से इन्हें 14 दिनों के लिए जेल भेज दिया गया.

प्रतीकात्मक फोटो.

लखनऊ: डीजीजीआई की लखनऊ जोनल यूनिट ने बरेली के तीन कारोबारियों को 1800 करोड़ रुपये का फर्जी बिलिंग कर 100 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी और हेराफेरी करने के आरोप में गिरफ्तार किया है. GST एक्ट में गिरफ्तार किए गए जयदीप अग्रवाल, रचिन गुप्ता और सुनील कुमार गुप्ता इन तीनों कारोबारियों को लखनऊ कोर्ट में पेश किया गया, जहां से इन्हें 14 दिनों के लिए जेल भेज दिया गया. प्रदेश में इस तरह की GST टैक्स चोरी में बड़ी कार्रवाई पहली बार की गई है, जिसमें कई कारोबारी गिरफ्तार हुए हैं.

DGGI की लखनऊ जोनल यूनिट को इस मामले में खुफिया सूचना मिली थी, जिसके आधार पर यह कार्रवाई की गई. पुख्ता जानकारी होने के बाद टीम ने बुधवार रात को बिना स्थानीय अधिकारियों की सूचना के बरेली, शाहजहांपुर और कासगंज जिले के सहावर में छापेमारी की. इन तीनों कारोबारियों ने फर्जी इनवॉइस बनाकर बिना माल की खरीद-फरोख्त के फर्जी बिलिंग से कारोबार दिखाया. यह तीनों कारोबारी बरेली से ही अपना कारोबार चला रहे थे. 

इन्होंने दर्जनों बोगस कंपनियां बनाकर खुद ही खरीद की और बिक्री दिखाई. इन कंपनियों के जरिए चावल, चीनी आदि की खरीद-बिक्री की गई थी, जबकि हकीकत में कोई खरीद-बिक्री हो ही नहीं रही थी. केवल टैक्स चोरी करने के लिए बिलिंग की जा रही थी. 

कारोबारियों ने जिन वाहनों पर इस माल की सप्लाई दिखाई है उनमें अधिकांश स्कूटर, मोटरसाइकिल, ई-रिक्शा, बस और डंपर के नंबर दिखाए गए हैं. फर्जीवाड़ा यहां तक कि स्कूटर-मोटरसाइकिल पर 20-20 मिट्रिक टन चीनी-चावल की सप्लाई दिखाई गई. जांच में अफसरों को पता चला कि न केवल माल की सप्लाई भेजी गई बल्कि फर्जी तरीके से खुद ही सप्लाई को रिसीव भी किया गया. इसके लिए भी फर्जी कागज बनाए गए. इन फर्जी कागजों के जरिए कारोबारी इनपुट टैक्स क्रेडिट की सुविधा का फायदा उठा रहे थे. 

छापेमारी के दौरान अफसरों ने जयदीप अग्रवाल के यहां से लगभग 350 करोड़ रुपये के खरीद इनवॉयस बरामद किए. इसमें 17.53 करोड़ रुपये जीएसटी चोरी की गई और उन्होंने 351 करोड़ रुपये की बिक्री की इनवायस जारी की और इसमें 17.58 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी हुई. इसी तरह रचिन गुप्ता और सुनील कुमार ने 500 करोड़ की खरीद दिखाई जिसमें 25 करोड़ रुपये की जीएसटी चोरी की और 590 करोड़ रुपये की बिक्री दिखाकर 30 करोड़ रुपये की जीएसटी चोरी कर ली. 

इस पूरे अभियान का नेतृत्व डीजीजीआई लखनऊ के अपर महानिदेशक राजेंद्र सिंह ने किया. इसमें एडिशनल डायरेक्टर दिनेश कुमार, डिप्टी डायरेक्टर अमित कुमार सहित संतोष कुमार सिंह शामिल थे.

(रिपोर्ट्स इनपुट)

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