धर्मांतरण रैकेट केस में CM योगी सख्त: आरोपियों पर लगेगा गैंग्स्टर-रासुका, जब्त होगी संपत्ति
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धर्मांतरण रैकेट केस में CM योगी सख्त: आरोपियों पर लगेगा गैंग्स्टर-रासुका, जब्त होगी संपत्ति

मुख्यमंत्री का साफ निर्देश है कि जो भी लोग छल-कपट और धोखे से धर्मांतरण कराने के इस खेल में शामिल हैं उनके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट और एनएसए के तहत कार्रवाई होगी. उनकी प्रॉपर्टी जब्त की जाएगी.

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ. (File Photo)

अनुज मिश्रा/लखनऊ: उत्तर प्रदेश एटीएस (UP Anti Terrorism Squad) ने राज्य में चल रहे बड़े धर्मांतरण गिरोह का पर्दाफाश किया है. एटीएस ने इस गिरोह के मास्टरमाइंड मोहम्मद उमर गौतम और मुफ्ती काजी जहांगीर आलम कासमी को गिरफ्तार किया है. इन दोनों आरोपियों को एसीजेएम सत्यवीर सिंह की कोर्ट ने सोमवार को एक हफ्ते के लिए एटीएस रिमांड में भेज दिया. 

आरोपियों पर गैंग्स्टर-एनएसए लगाने, प्रॉपर्टी जब्त करने के निर्देश
इस बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मामले का संज्ञान लेते हुए जांच एजेंसियों को इस केस की तह तक जाने का निर्देश दिया है. उन्होंने मोहम्मद उमर गौतम और मुफ्ती काजी जहांगीर आलम कासमी के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (एनएसए) के तहत कार्रवाई करने और इनकी संपत्ति जब्त करने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया है.

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मुख्यमंत्री का साफ निर्देश है कि जो भी लोग छल-कपट और धोखे से धर्मांतरण कराने के इस खेल में शामिल हैं उनके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट और एनएसए के तहत कार्रवाई होगी. उनकी प्रॉपर्टी जब्त की जाएगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि धर्मांतरण का यह मामला कई राज्यों से जुड़ा है, हम इस मामले की जांच एनआइए के हवाले भी कर सकते हैं.

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उत्तर प्रदेश एटीएस को गिरोह के अन्य सदस्यों के सुराग मिले हैं
उत्तर प्रदेश एटीएस को गिरोह के अन्य सदस्यों के सुराग भी मिले हैं, जिनकी तलाश की जा रही है. गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपितों के अलावा संस्था इस्लामिक दावा सेंटर (आईडीसी) व अन्य के विरुद्ध उत्तर प्रदेश एटीएस के लखनऊ थाने में धोखाधड़ी, आपराधिक षड्यंत्र, धार्मिक उन्माद भड़काने, राष्ट्रीय एकता को प्रभावित करने व उप्र विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अध्यादेश-2020 समेत अन्य धाराओं में एफआइआर दर्ज की गई है.

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यूपी एडीजी L/O प्रशांत कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दी जानकारी
इससे पहले उत्तर प्रदेश के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी दी कि राज्य में साजिश के तहत धर्मांतरण का घिनौना खेल चल रहा है. इसके तार पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई से भी जुड़े हैं. उत्तर प्रदेश आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) ने इस मामले में दो आरोपितों को गिरफ्तार कर अन्य राज्यों तक फैले इस नेटवर्क का राजफाश किया है.

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आरोपी मूक-बधिर बच्चों, बेसहारा महिलाओं को टारगेट करते थे
प्रशांत कुमार के मुताबिक बेहद संगठित रूप से मूक-बधिर बच्चों, महिलाओं व कमजोर आय वर्ग के लोगों को डरा-धमका कर या प्रलोभन देकर उनके भीतर अपने धर्म के प्रति न सिर्फ नफरत के बीज बोए गए, बल्कि उनका बड़े स्तर पर सामूहिक मतांतरण भी कराया गया. इस संगठित गिरोह ने वाराणसी, गौतमबुद्धनगर, मथुरा, कानपुर व कुछ अन्य जिलों के अलावा दिल्ली, महाराष्ट्र, हरियाणा, केरल व आंध्र प्रदेश तक में मतांतरण कराया है.

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