ग्रेटर नोएडा के टॉय पार्क में 134 कंपनियां कर रहीं 410 करोड़ का निवेश, चीन की मोनोपोली कम करेगी सरकार
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ग्रेटर नोएडा के टॉय पार्क में 134 कंपनियां कर रहीं 410 करोड़ का निवेश, चीन की मोनोपोली कम करेगी सरकार

Say No to Chinese Products सिर्फ कहना ही नहीं कर के भी दिखाना है. इसके लिए उत्तर प्रदेश सरकार और प्रशासन भी एक्शन में है. चाइना के खिलौनों को मात देने के लिए यमुना अथॉरिटी के सेक्टर-33 में टॉय पार्क बनाया जा रहा है. यह पार्क करीब 100 एकड़ का होगा.

ग्रेटर नोएडा के टॉय पार्क में 134 कंपनियां कर रहीं 410 करोड़ का निवेश, चीन की मोनोपोली कम करेगी सरकार

गौतमबुद्ध नगर: Say No to Chinese Products सिर्फ कहना ही नहीं कर के भी दिखाना है. इसके लिए उत्तर प्रदेश सरकार और प्रशासन भी एक्शन में है. चाइना के खिलौनों को मात देने के लिए यमुना अथॉरिटी के सेक्टर-33 में टॉय पार्क बनाया जा रहा है. यह पार्क करीब 100 एकड़ का होगा. इसमें 134 कंपनियों को 53.51 एकड़ जमीन आवंटित की गई है. बताया जा रहा है कि ये कंपनियां टॉय पार्क में 410.13 करोड़ का इन्वेस्टमेंट करने वाली हैं. 

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चीन के खिलौनों की निर्भरता होगी कम
इतना ही नहीं. इस खिलौनों के इस पार्क में 6157 लोगों को भी इन्वेस्ट करने का मौका मिलेगा. माना जा रहा है कि नोएडा में बनने वाला यह टॉय पार्क जब पूरी तरीके से विकसित हो जाएगा तो, भारत और विश्व के बाजार में चीन के खिलौनों की निर्भरता पूरी काफई कम हो जाएगी. 

ये कंपनियां कर रही हैं निवेश
गौरतलब है कि पिछले साल ही पीएम मोदी ने वर्ल्ड टॉय मार्केट में भारत की हिस्सेदारी बढ़ाने की पहल की थी. इसी के तहत सीएम योगी के निर्देश पर ग्रेटर नोएडा में टॉय पार्क बसाया जा रहा है. पार्क में जमीन लेने वाली कई राष्ट्रीय कंपनियां हैं. इन कंपनियों में फन जू टॉयज इंडिया, फन राइड टॉयज एलएलपी, सुपर शूज, आयुष टॉय मार्केटिंग, सनलॉर्ड अपैरल, भारत प्लास्टिक, जय श्री कृष्णा, गणपति क्रिएशंस और आरआरएस ट्रेडर्स शामिल हैं. माना जा रहा है कि इनमें से कई बड़ी खिलौना कंपनियां चीन की टॉय मोनोपोली को खत्म कर सकती हैं.

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बेहतर क्वॉलिटी और कम दाम का है प्लान
सरकार का प्लान है कि चीन के मुकाबले खिलौनों को बेहतर क्वॉलिटी के साथ, बेहतर दाम में उपलब्ध करा सके. ताकि बेस्ट क्वॉलिटी के भरोसे के साथ निर्माण की लागत को भी कम किया जा सके. ऐसे में निर्माताओं से उम्मीद है कि वह अत्याधुनिक तकनीक से टॉयज बनाएंगे.

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