आज इंटरनेशनल वूमेंस डे है.महिलाओं के लिए समर्पित ये दिन बहुत खास होता है. महिलाओं (Women's) के सम्मान में ही हर साल इंटरनेशनल वूमेंस डे बहुत ही धूमधाम के साथ मनाया जाता है. वूमेंस डे पर देश भर में जगह-जगह कार्यक्रम के आयोजन किए जा रहे हैं.
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आज दुनिया भर में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस (International Womens Day) मनाया जा रहा है. महिलाओं के लिए समर्पित ये दिन बहुत खास होता है. महिलाओं (Women's) के सम्मान में ही हर साल इंटरनेशनल वूमेंस डे बहुत ही धूमधाम के साथ मनाया जाता है. वूमेंस डे पर जगह-जगह कार्यक्रम के आयोजन किए जा रहे हैं.
Happy Women Day 2021: क्यों मनाया जाता है International Womens Day, जानिए क्या है इस साल की थीम?
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश की नारी शक्ति को इस दिवस की बधाई दी है. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा प्रदेश की नारी शक्ति की सुरक्षा, सम्मान, स्वावलंबन एवं सर्वांगींण उन्नयन के लिए यूपी सरकार प्रतिबद्ध है.
प्रदेश की नारी शक्ति की सुरक्षा, सम्मान, स्वावलंबन एवं सर्वांगीण उन्नयन के लिए UPGovt प्रतिबद्ध है।
उसी क्रम में आज अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर 'मिशन शक्ति' के द्वितीय चरण का शुभारंभ हो रहा है।
आइए, हम सभी 'मिशन शक्ति' के उद्देश्यों की सफलता हेतु सहभागी बनें।
— Yogi Adityanath myogiadityanath) March 8, 2021
इंटरनेशनल वूमेंस डे पर यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने बधाई दी है.उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा- सशक्त नारी, समृद्ध देश नारी शक्ति के अदम्य साहस, सम्मान, समानता, सुरक्षा, सहभागिता और सशक्तीकरण के लिये समर्पित #अंतरराष्ट्रीय_महिला_दिवस के अवसर पर समस्त देश और प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। #HappyWomensDay2020 #InternationalWomensDay2021
सशक्त नारी, समृद्ध देश
नारी शक्ति के अदम्य साहस, सम्मान, समानता, सुरक्षा, सहभागिता और सशक्तीकरण के लिये समर्पित #अंतरराष्ट्रीय_महिला_दिवस के अवसर पर समस्त देश व प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।#HappyWomensDay2020 #InternationalWomensDay2021 pic.twitter.com/cAFT4FTF2u
— Keshav Prasad Maurya (kpmaurya1) March 8, 2021
हर साल इस दिन की एक स्पेशल थीम होती है. 2021 के लिए अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की थीम "महिला नेतृत्व: कोविड-19 की दुनिया में एक समान भविष्य को प्राप्त करना" ("Women in leadership: an equal future in a COVID-19 world") है. ऐसा कोरोना काल में सेवाएं देने वाली महिलाओं और लड़कियों के योगदान को रेखांकित करने के लिए किया गया है. बीते साल 2020 में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की थीम #EachForEqual थी.
ताजमहल में महिलाओं को प्रवेश निशुल्क
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने आज यानि 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर ताजमहल सहित सभी संरक्षित स्मारकों में महिलाओं को नि:शुल्क प्रवेश देने का फैसला लिया है. इसके लिए आदेश जारी कर दिया गया है.
यूपी में महिला टीचरों को तोहफा
वहीं अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस से ठीक पहले उत्तर प्रदेश के राजकीय कॉलेजों में तैनात शिक्षिकाओं को प्रमोशन का तोहफा मिला है. 100 शिक्षिकाओं को राजकीय हाईस्कूलों में प्रधानाध्यापक और राजकीय इंटर कॉलेजों में उप प्रधानाचार्य के पद पर तैनाती दी गई है.
महिलाओं का खास स्थान
हमारे जीवन में वैसे तो हर व्यक्ति का अपना-अपना खास स्थान है, लेकिन महिलाएं हमारे जीवन में कई अहम रोल निभाती हैं. कभी मां के रूप में, कभी बहन के रूप में, तो कभी एक पत्नी के रूप में. इस दिन दुनिया भर में महिलाओं के जीवन में सुधार लाने, उनकी जागरुकता बढ़ाने जैसे कई विषयों पर जोर दिया जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि हर साल 8 मार्च को ही अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस क्यों मनाया जाता है? आखिर इसके पीछे ऐसी क्या वजह है, तो चलिए इस बारे में जानते हैं.
जानें कब से मनाया जाता है ये दिन- इतिहास
1908 में हुई थी अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की शुरुआत- इस दिन की शुरुआत एक आंदोलन के रूप में हुई थी. आज से करीब 113 साल पहले साल 1908 में इसकी शुरुआत हुई थी, जब अमेरिका के शहर न्यूयॉर्क में करीब 15 हजार महिलाओं ने मार्च निकालकर नौकरी में कम घंटों, बेहतर सैलरी और वोटिंग के अधिकार की मांग की थी.
सबसे पहले अमेरिका में सोशलिस्ट पार्टी के आह्वान पर इस दिवस को 28 फरवरी 1909 में मनाया गया है. बाद में 1910 में सोशलिस्ट इंटरनेशनल के कोपेनहेगन सम्मेलन में इसे अन्तर्राष्ट्रीय दर्जा दिया गया. महिलाओं के इस आंदोलन को सफलता मिली, और एक साल बाद ही सोशलिस्ट पार्टी ऑफ अमेरिका ने इस दिन को राष्ट्रीय महिला दिवस घोषित कर दिया, जिसके बाद इसकी शुरुआत हो गई. बदलते वक्त से साथ इसको मनाने का तरीका भी बदल गया. इस दिन को मनाने का उद्देश्य महिलाओं के प्रति सम्मान और उनको समाज में बराबरी का दर्जा दिलाने से होता है
8 मार्च को ही क्यों मनाया जाता है महिला दिवस ?
रूस की महिलाओं ने ब्रेड एंड पीस की मांग को लेकर 1917 में हड़ताल की. हड़ताल फरवरी के आखिरी रविवार को शुरू हुई. यह एक ऐतिहासिक हड़ताल थी और जब रूस के जार ने सत्ता छोड़ी तब वहां की अन्तरिम सरकार ने महिलाओं को वोट देने के अधिकार दिया.
क्या है महत्व?
महिलाओ को लेकर समाज के लोगों को जागरूक करने, महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने जैसी चीजों के प्रति उन्हें जागरूक करने के लिए हर साल 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है. महिलाओं के हौसलों को बुलंद करने और समाज में फैले असमानता को दूर करने के लिए ही हर वर्ष महिला दिवस मनाया जाता है.
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