Independence Day 2024: जैसे जैसे भारत की आजादी का दिवनस पास आ रहा है. वैसे वैसे ही हम सभी भारतवासियों के मन में देशप्रेम की भावना हिलोरे ले रही है. लेकिन आज हम आजादी नहीं भारत के झंडे के बारे में बात करेंगे. क्या आप बता सकते हैं कि यूपी में सबसे ऊंचा झंडा कहां है? ... नहीं तो पढ़िए यह खबर ...
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Independence Day 2024: जैसे जैसे भारत की आजादी का दिवस पास आ रहा है. वैसे वैसे ही हम सभी भारतवासियों के मन में देशप्रेम की भावना हिलोरे ले रही है. लेकिन आज हम आजादी नहीं भारत के झंडे के बारे में बात करेंगे. क्या आप बता सकते हैं कि यूपी में सबसे ऊंचा झंडा कहां है? नहीं पता तो चिंता करने वाली बात नहीं है. आज हम आपको इसी के बारे में बताने जा रहे हैं.
रामगढ़ झील गोरखपुर
यूपी में सबसे ऊंचा तिरंगा गोरखपुर के रामगढ़ झील के तट पर मौजूद है. इसकी ऊंचाई करीब 246 फुट है. इसका लोकार्पण उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने किया था. यह तिरंगा 15 किलोमीटर की दूरी से भी आसानी से देखा जा सकता है. 2017 में इसकी अनुमति मिलने के बाद 2019 में इसको बनाने का पूरा काम किया गया था.
श्यामा प्रसाद मुखर्जी पार्क
गाजियाबाद के श्यामा प्रसाद मुखर्जी पार्क में 211 फुट के साथ राज्य का दूसरे नंबर पर सबसे ऊंचा तिरंगा है. इस झंडे को ऐसे बनाया गया है कि इसे आकाशीय बिजली से भी कोई नुकसान नहीं होगा. झंडे के बेस की लंबाई और चौड़ाई 25-25 फुट है. इसके साथ ही झंडे के साथ पांच किलो पीतल के अशोक स्तंभ भी है.
जनेश्वर मिश्र पार्क
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में स्थित जनेश्वर मिश्र पार्क में यूपी की तीसरा सबसे ऊंचा झंडा मौजूद है. आपको बता दें कि जनेश्वर मिश्र पार्क यूपी या भारत की ही नहीं बल्कि पूरे एशिया का सबसे बड़ा पार्क है. इस पार्क में लगे तिंरगे की ऊंचाई करीब 210 फुट है. इसके साथ ही यहां मौजूद तिरंगा 90 फुट लंबा तो 60 फुट चौड़ा है. तत्कालीन यूपी के सीएम अखिलेश यादव की मौजूदगी में यह तिरंगा पार्क में फैलाया गया था. तिरंगे के आसपास में एलईडी लाइटें भी लगाई गई हैं. लखनऊ डेवलपमेंट अथॉरिटी (एलडीए) के अधिकारियों के अनुसार पार्क को बनाने में लागत तकरीबन 300 करोड़ बताई गई है. अधिकारियों के अनुसार ही तिंरगे के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले पोल में 25 टन लोहा लगा हुआ है. इसके साथ ही तिरंगे के चारों ओर रंग बिरंगी लाइटें भी लगाई गई हैं. लाइटों का प्रयोग रोत में तिरंगे को फहराते हुए देखने के लिए किया गया है. यह निर्णय फ्लैग कोड के अनुसार लिया गया था.
फ्लैग कोड
आइए जानते हैं कि फ्लैग कोड क्या होता है. फ्लैग कोड झंडे को फहराने के साथ साथ बाकी अन्य जरूरतमंद चीजों के बारे में हमें बताती है. इसके अनुसार रात में झंडा फहराने के लिए तिरंगे के आसपास पूरी तरह से रोशनी का होना अनिवार्य है. भारत में पहली बार फ्लैग कोड साल 2002 में आया था. जोकि पूरे देश में 26 जनवरी 2002 से लागू हुआ था. लेकिन साल 2022 में इसमें दो बदलाव किए गए थे. इन्हीं बदलावों की वजह से आज हम 24 घंटे अपना तिरंगा फहरा सकते हैं.
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