अखिलेश यादव बोले- बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे से झांसी को रखा अलग, इटावा-सैफई पर क्यों मेहरबान?
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अखिलेश यादव बोले- बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे से झांसी को रखा अलग, इटावा-सैफई पर क्यों मेहरबान?

शनिवार को पीएम मोदी द्वारा चित्रकूट के भरतकूप में एक्सप्रेस-वे की आधारशिला रखने के बाद अखिलेश ने कहा कि हैरानी की बात है कि झांसी छोड़कर भाजपा सरकार इटावा पर मेहरबानी दिखा रही है.

फाइल फोटो

लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे के शिलान्यास को लेकर बीजेपी पर तंज कसा. अखिलेश यादव ने पूछा कि आखिर बीजेपी सरकार इटावा और सैफई पर इतनी मेहरबान क्यों है? दरअसल, बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे इटावा और सैफई से होकर गुजरने वाला है.

शनिवार को पीएम मोदी द्वारा चित्रकूट के भरतकूप में एक्सप्रेस-वे की आधारशिला रखने के बाद अखिलेश यादव ने कहा कि हैरानी की बात है कि बुंदेलखंड के हृदयस्थल झांसी को एक्सप्रेस-वे से अलग रखा गया है. झांसी छोड़कर भाजपा सरकार इटावा पर मेहरबानी दिखा रही है. बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे इटावा से जुड़ने पर सैफई के पास से भी गुजरेगा. सैफई से जबरदस्त एलर्जी दिखाने वाली भाजपा में अचानक इतनी रहमदिली क्यों है?

अखिलेश यादव ने बुदेलखंड एक्सप्रेस-वे की बनावट और उससे जुड़ी सुविधाओं को लेकर भी सवाल पूछा. अखिलेश यादव ने कहा, ''बताया गया है कि बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे 6 लेन का होगा, लेकिन यह नहीं पता कि वहां सर्विस लेन होगी या नहीं. वहां पुल-पुलिया बनेंगी या नहीं? अवस्थापना सुविधाओं का विस्तार करेंगे या नहीं? इसके रास्ते को मंडियों से जोड़ने का भी इरादा है या नहीं? आखिर इसमें डिवाइडर कितना हैं? रोड कांग्रेस के इस सबके लिए मानक तय हैं, इन मानको की चर्चा क्यों नहीं?''

बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे को आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे जैसा बनाना चाहिए
अखिलेश यादव ने कहा है कि बीजेपी ने लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे की नकल तो की, लेकिन ठीक से नहीं की. सच तो यह है कि भाजपा सरकार अब तक अपनी एक भी बड़ी योजना लागू नहीं कर पाई है. बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे को बनाना ही है तो आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे जैसा बनाना चाहिए. अगर नकल ही करनी है तो पूरी नकल कर लेते. डिफेंस कॉरिडोर बनाने का ऐलान बड़े जोरशोर से किया गया लेकिन यह नहीं मालूम कि उसके लिए कितनी जमीन बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे के पास होगी या दूर होगी?

इतना ही नहीं अखिलेश का दावा है कि समाजवादी पार्टी ने अपने चुनाव घोषणा पत्र में झांसी से सिद्धार्थनगर तक एक्सप्रेस-वे बनाने का वादा किया था. बीजेपी सरकार ने अभी तक तो बुंदेलखंड के लिए कुछ नहीं किया. वहां पेयजल के अभाव, किसानों की कर्ज से मजबूरी में आत्महत्या, अवैध खनन, बढ़ते अपराध की समस्याओं के निराकरण के लिए भाजपा सरकार अपना कोई रोड मैप नहीं बना सकी है. समाजवादी सरकार ने वहां पर्यावरण संरक्षण के लिए वृक्षारोपण, तालाब-कुओं की खुदाई का काम शुरू किया था. समाजवादी सरकार में ही सौर ऊर्जा, सड़कों का निर्माण एवं समाजवादी खाद्य पैकेट की व्यवस्था की गई थी. जब से भाजपा सरकार में आयी तभी से बुंदेलखंड का विकास अवरूद्ध है.

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