राज्य निर्वाचन आयुक्त मनोज कुमार ने आगरा, बरेली, अलीगढ़, सहारनपुर, कानपुर, प्रयागराज, चित्रकूटधाम, मेरठ, मुरादाबाद मंडलों में पंचायत चुनाव की तैयारियों के लिए कमिश्नर और डीएम के साथ बैठक की.
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लखनऊ/मेरठ/आगरा: उत्तर प्रदेश में होने वाले त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर राज्य निर्वाचन आयोग ने अहम फैसला दिया है. राज्य निर्वाचन आयुक्त मनोज कुमार ने आगरा, बरेली, अलीगढ़, सहारनपुर, कानपुर, प्रयागराज, चित्रकूटधाम, मेरठ, मुरादाबाद मंडलों में पंचायत चुनाव की तैयारियों के लिए कमिश्नर और डीएम के साथ बैठक की. इसमें उन्होंने बताया कि इस बार पंचायचत चुनाव सिर्फ एक ही चरण में पूरे कराएं जाएंगे.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक राज्य निर्वाचन आयुक्त ने बताया कि इस बार एक चरण में ही पंचायत चुनाव कराए जाएंगे. न्याय पंचायत, ग्राम पंचायत, क्षेत्र पंचायत और जिला पंचायत के लिए मतपत्र तो अलग-अलग होंगे, लेकिन इन्हें एक ही मतपेटियों में डाला जाएगा.
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आगरा में कर्मचारियों का डेटा हो रहा फीड
आगरा मंडल के मैनपुरी जिले की समीक्षा में मतदानकार्मिकों की संख्या कम पाई गई है. यहां संख्या बढ़ाने के आदेश डीएम को दिए गए हैं. फिरोजाबाद और मथुरा में मतदानकर्मियों की संख्या पूरी है. जबकि आगरा में तैनाती 24 हजार कर्मी हैं. यहां चुनाव कराने के लिए सिर्फ 18 हजार कर्मी ही होने चाहिए. अब मतदान और मतगणना की ड्यूटी के लिए जिले के सभी विभागों के कार्मियों और अफसरों का डाटा फीड करने का काम किया जा रहा है.
अतिरिक्त पुलिस बल की कर लें तैयारी
राज्य निर्वाचन आयुक्त ने कहा कि इस बार शांतिपूर्ण तरीके से मतदान कराने की कोशिश है. इसे देखते हुए संवेदनशील इलाके में अधिक पुलिस बल लगाने के निर्देश उन्होंने दिए हैं. वहीं उन्होंने कहा कि 24 अप्रैल से बोर्ड की परीक्षाएं भी शुरू होंगी. इसे देखते हुए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वो मतगणना स्थल का फिर से जायजा ले लें. अगर किसी स्कूल में सेंटर आता है तो वहां पर मतगणना केंद्र न बनाया जाए.
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पंचायत चुनाव में हर गांव-गांव में रहेंगे खुफिया लोग
आगामी पंचायत चुनाव में किसी भी तरह की घटना को रोकने के लिए एक बार फिर योगी सरकार सी-ऐप का सहारा लेगी. लोकसभा चुनाव में इस ऐप का इस्तेमाल यूपी पुलिस ने किया था. इसके जरिए गांव-कस्बों के 10-10 लोगों को जोड़ा जाएगा. इसमें उनके नाम और मोबाइल नंबर्स होंगे. पंचायत चुनाव के दौरान किसी भी तरह की अप्रिय घटना होने पर इन लोगों से सीधे पुलिस संपर्क करेगी. इसके बाद स्थिति को कंट्रोल किया जाएगा.
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कैसे काम करेगा सी-प्लान ऐप?
पुलिस कर्मियों के स्मार्ट फोन पर एप डाउनलोड करने के बाद संबंधित थाने का सीयूजी नंबर दर्ज करना होता है. सीयूजी नंबर दर्ज करने के बाद मोबाइल पर ओटीपी आता है. ओटीपी अंकित करते ही ऐस एक्टिव हो जाता है. पंचायत चुनाव को देखते हुए सी-प्लान एप को अपडेट किया जा रहा है. एप में दर्ज संभ्रांत नागरिकों की वर्तमान स्थिति की जानकारी की भी जा रही है.
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