`पितामह पेड़` को खोजेंगे तो योगी सरकार देगी कैश अवॉर्ड, 30 सितंबर तक ले सकते हैं भाग
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`पितामह पेड़` को खोजेंगे तो योगी सरकार देगी कैश अवॉर्ड, 30 सितंबर तक ले सकते हैं भाग

आप 100 साल से अधिक उम्र के पेड़ की फोटो के साथ अपनी टिप्पणी लिखकर और upstatebiodiversityboard@gmail.com  पर भेजकर इस प्रतियोगिता में हिस्सा ले सकते हैं.

सांकेतिक तस्वीर, साभार- विकिपीडिया.

लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार 100 साल से पुराने वृक्षों की खोज के लिए प्रतियोगिता आयोजित कर रही है. इन पेड़ों को खोजने वालों को 4-4 हजार रुपये का इनाम दिया जाएगा. कॉम्पटीशन में 30 सितंबर तक हिस्सेदारी की जा सकती है. योगी सरकार ने इस काम की जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश स्टेट बायोडाइवर्सिटी बोर्ड को सौंपी है.

बेस्ट तीन प्रतिभागियों को मिलेगा 4-4 हजार का इनाम और सर्टिफिकेट
लोगों को वृक्षों के संरक्षण के प्रति जागरूक करने के लिए शुरू की जा रही इस प्रतियोगिता में प्राप्त तीन बेस्ट एंट्रीज को 4-4 हजार का पुरस्कार दिया जाएगा. विजेताओं के नाम इससे संबंधित कॉफी-टेबल बुक में भी शामिल होंगे. इसके अलावा एंट्रीज भेजने वाले सभी प्रतिभागियों को सर्टिफिकेट मिलेगा. आप 100 साल से अधिक उम्र के पेड़ की फोटो के साथ अपनी टिप्पणी लिखकर और upstatebiodiversityboard@gmail.com  पर भेजकर इस प्रतियोगिता में हिस्सा ले सकते हैं.

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CM योगी ने पिछले साल दिया था संरक्षण का आदेश
पिछले साल सीएम योगी ने 100 साल से पुराने पेड़ों को हेरिटेज घोषित करने और संरक्षित करने के निर्देश दिए थे. बायोडाइवर्सिटी विभाग की ओर से सभी जिलों के कमिश्नर, कलेक्टर और फॉरेस्ट अफसर को हेरिटेज वृक्षों को चुनने के लिए बोला गया था. ग्रामीण क्षेत्रों में इसका जिम्मा पंचायत और नगर पालिकाओं को सौंपा गया था. इन संस्थाओं को अपने एरिया में इन वृक्षों की खोज कर स्टेट बायोडाइवर्सिटी बोर्ड को भेजनी थी. बोर्ड की के आदेश देने पर उन वृक्षों को हेरिटेज घोषित किए जाने का प्लान था.

पेड़ की आयु 100 वर्ष से अधिक होनी चाहिए.

  • धार्मिक, पौराणिक महत्व हो या किसी विशेष व्यक्ति से जुड़ा हो.
  • विलुप्त हो रही प्रजाति का हो या पूजा होती हो.
  • बॉटनिकल सर्वे ऑफ इंडिया ने संकटग्रस्त प्रजाति में शामिल किया हो.
  • सामुदायिक भूमि पर हो और विवादित न हो.

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कंजरवेशन और डॉक्युमेंटेशन है उद्देश्य...
राष्ट्रीय वानस्पतिक अनुसंधान संस्थान (एनबीआरआई) की मदद से हेरिटेज पेड़ों का डॉक्युमेंटेशन कर बुक तैयार करने का उद्देश्य है. जिसके अंतर्गत पेड़ का वानस्पतिक और सामान्य नाम, आयु समेत पौराणिक महत्ता की जानकारी भी लिखी जाएगी.

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