यूपी में जल्द लगेंगे स्मार्ट मीटर, मोबाइल पर जान सकेंगे कितनी बिजली की खर्च
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यूपी में जल्द लगेंगे स्मार्ट मीटर, मोबाइल पर जान सकेंगे कितनी बिजली की खर्च

पॉवर कार्पोरेशन ने ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा की मौजूदगी में इलेक्ट्रिक मीटरों को स्मार्ट मीटर में बदलने के लिए ईईएसएल के साथ एमओयू साइन किया

सरकार का लक्ष्य है कि वो प्रदेश की जनता को 24 घंटे बिजली उपलब्ध कराए. (फाइल फोटो)

नई दिल्ली/लखनऊ: उत्तर प्रदेश में योगी सरकार ने सभी जिलों को 24 घंटे बिजली देने के लिए मार्च 2019 का लक्ष्य रखा है. इसके लिए पूरे प्रदेश में 'सौभाग्य योजना' के तहत बिजली कनेक्शन दिए जा रहे हैं. मीटर लगाने के बाद बिजली बिल समय से लिया जाएगा और इसमें सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले जिलों को 'सौभाग्यशाली' जिला घोषित किया जाएगा. इसके साथ ही इलेक्ट्रिक मीटरों को स्मार्ट मीटर में बदलने के लिए कवायद तेज हो गई है. उत्तर प्रदेश पॉवर कार्पोरेशन ने ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा की मौजूदगी में इलेक्ट्रिक मीटरों को स्मार्ट मीटर में बदलने के लिए ईईएसएल के साथ एमओयू साइन किया. स्मार्ट मीटर से उपभोक्ता अपने बिजली उपभोग पर मोबाइल के जरिए नजर रख सकेंगे. 

  1. सभी जिलों में 24 घंटे बिजली देने का लक्ष्य
  2. सौभाग्य योजना के तहत दिए जा रहे कनेक्शन
  3. मार्च 2019 तक का सरकार ने लक्ष्य रखा

24 घंटे सप्लाई होगी बिजली
प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा का कहना है कि सरकार का लक्ष्य है कि वो प्रदेश की जनता को 24 घंटे बिजली उपलब्ध कराए. उन्होंने कहा कि हर घर में कनेक्शन देने के बाद शत प्रतिशत मीटरिंग की जाएगी. ससे लाइन लॉस भी काफी हद तक कम हो जाएगा.

गाजियाबाद जिला सौभाग्य जिला घोषित
यूपी सरकार ने पूरे प्रदेश में 24 घंटे बिजली देने के लिए मार्च 2019 का लक्ष्य तय किया है. प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने बताया कि दिसबंर 2018 तक सरकार ये योजना चलाएगी. अभी यूपी का गाजियाबाद जिले को 'सौभाग्यशाली' जिला घोषित किया गया है. 

स्मार्ट मीटर के लिए हुआ एमओयू
ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने बताया किसूबे की विद्युत व्यवस्था और बेहतर बनाने और सुविधाओं को बढ़ाने के लिए 40 लाख स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे. इसके लिए जल्द ही स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे. इसके लिए हाल ही में उत्तर प्रदेश पावर कार्पोरेशन ने ईईएसएल के साथ एमओयू साइन किया. 

मोबाइल से रख सकेंगे बिजली खर्च पर नजर
स्मार्ट मीटर से उपभोक्ता अपने बिजली उपभोग पर मोबाइल के जरिए नजर रख सकेंगे. स्मार्ट मीटर की गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जा रहा है. स्मार्ट मीटर का टाइप टेस्ट आईएस 16444 के अंतर्गत एनएबीएल एक्रिडेट लेब सीपीआरआई और इरडा द्वारा कराया जा रहा है. इन मीटरों का लगाने का कार्य भी मेसर्स एलएंडटी के माध्यम से कराया जा रहा है.

2600 करोड़ रुपए का निवेश
एमओयू के मुताबिक, यूपी में ईईएसएल 2600 करोड़ रुपए का निवेश करेगा. इसका भुगतान कॉरपोरेशन द्वारा ओपेक्स मॉडेल पर किया जाएगा. स्मार्ट मीटर से उपभोक्ताओं को अपने बिजली उपभोग पर ज्यादा नियंत्रण होगा और उन्हें बिजली बिल बिल्कुल सही मिलेगा. 

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