इसके बाद पार्टी जिला पंचायत वार्डों में बैठकें शुरू करेगी. पार्टी पंचायत सदस्य के सभी 3051 वार्डों में प्रत्याशी उतारेगी. बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष पार्टी के सक्रिय कार्यकर्ताओं को इस चुनाव में मौका दिया जाएगा. महिलाओं और युवाओं पर अधिक फोकस रहेगा.
Trending Photos
लखनऊ: यूपी चुनाव को लेकर सरकार तैयारियों में जुट गई है. पंचायती राजमंत्री चौधरी भूपेंद्र सिंह ने इस बात के संकेत दिए दिए हैं मई तक यूपी चुनाव पूरे करा लिए जाएंगे. यह पहला मौका है जब बीजेपी पंचायत चुनाव में पूरी दमखम के साथ मैदान उतरने का मन बना चुकी है. इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि प्रदेश स्तरीय टीम के साथ ही क्षेत्रीय व जिला स्तर की टीमों को भी पंचायत चुनाव में लगाया गया है. इसके अलावा पार्टी ने 28 जनवरी से 1600 संगठनात्मक ग्रामीण मंडलों में बैठकें शुरू कर दी हैं. प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह सहित तमाम बड़े पदाधिकारी इसमें शामिल हो रहे हैं. बैठकों का यह दौर तीन फरवरी तक चलेगा.
इसके बाद पार्टी जिला पंचायत वार्डों में बैठकें शुरू करेगी. पार्टी पंचायत सदस्य के सभी 3051 वार्डों में प्रत्याशी उतारेगी. बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष पार्टी के सक्रिय कार्यकर्ताओं को इस चुनाव में मौका दिया जाएगा. महिलाओं और युवाओं पर अधिक फोकस रहेगा.
UP Panchayat Chunav 2021: परिसीमन में कम हो गए वार्ड, प्रधानी के दावेदारों की बढ़ी मुश्किल
उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव की सुगबुगाहट के बीच सियासत भी दिखाई पड़ने लगी है. सत्ता में होने के बाद आपसी खटपट के चलते भाजपा की सहयोगी निषाद पार्टी ने वादाखिलाफी का आरोप लगाकर अलग चुनाव लड़ने की बात कही है. निषाद पार्टी त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव में भाजपा से अलग होने का मन बनाया है. निषाद पार्टी के प्रमुख संजय निषाद ने निषाद बिरादरी के आरक्षण को लेकर भाजपा पर कई आरोप लगाए हैं.
हालांकि यूपी पंचायत चुनाव (UP Panchayat Chunav) कब होंगे यह अभी तक तय नहीं है. लेकिन यह साफ है कि हर हाल में चुनाव मई के पहले करा लिए जाएंगे. पूरा मामला आरक्षण सूची को लेकर अटका हुआ है, आरक्षण सूची जारी होने के बाद ग्राम पंचायतों में चुनावी बिगुल बज जाएगा.
आरक्षण पर टिकी सबकी निगाहें
राजनीतिक गलियारों में यह भी चर्चा है कि फरवरी में ही आरक्षण की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी. इस बार आरक्षण रोटेशन के हिसाब से ही किया जाएगा. जबकि पिछली सरकार ने वर्ष 2015 में हुए चुनाव में रोटेशन प्रक्रिया को शून्य घोषित कर नए सिरे से आरक्षण जारी किया गया था. इस पंचायत चुनाव (UP Panchayat Chunav) में कांटे की टक्कर भी देखने को मिल सकती है. आम आदमी पार्टी, AIMIM, राजभर की पार्टी ने भी कड़ी टक्कर देने का मन बना लिया है, लेकिन वे कितना सफल हो पाएंगी यह तो चुनाव बाद ही पता चलेगा.
बीजेपी की तैयारी पूरी, विपक्ष ने भी कमर कसी
बीजेपी सहित सभी विपक्षी दलों ने भी इन चुनावों की तैयारी को लेकर कमर कस ली है. बीजेपी ने पंचायत चुनाव को लेकर जिला और महानगर प्रभारियों की घोषणा कर दी है. राज्य के लगभग सभी वरिष्ठ नेताओं को जिम्मेदारी सौंपी गई है. विपक्षी दलों ने भी अपनी बिसात बिछानी शुरू कर दी है. पंचायत चुनावों को विधानसभा चुनाव के सेमीफाइनल के तौर पर भी देखा जा रहा है.
UP Panchayat Chunav: तारीखों को लेकर यूपी पंचायती राजमंत्री ने खत्म किया सस्पेंस
सपा कर रही चौपाल से राह आसान
किसानों के आंदोलन के इर्द-गिर्द सपा की राजनीति सरकार को घेरने की है. विरोध प्रदर्शन के बीच पार्टी गांव में चौपाल लगाकर जीत की राह तैयार कर रही है. उपचुनावों में मिली हार की टीस से भी उबरने के लिए पार्टी चौतरफा तैयारियों में जुट गई है. गांव में वजूद बचाने की भी पार्टी के सामने बड़ी चुनौती है.
सोशल इंजीनियरिंग के फॉर्मूल पर BSP
बीएसपी खेमे से खबर है कि ग्राम पंचायत चुनावों में पैठ बनाने के लिए और साल 2022 को ध्यान में रखते हुए सोशल इंजीनियरिंग के फॉर्मूले पर प्रत्याशियों के चयन को लेकर रणनीति बना रही है.
साख बचाने के लिए संगठन पर फोकस कर रही कांग्रेस
कांग्रेस भी लड़ाई में पिछड़ ना जाए, इसके लिए प्रभारी बनाए गए हैं. संगठन पर फोकस कर इसे विस्तार देने की रणनीति कांग्रेस ने बनाई है. लगातार यूपी में हार रही कांग्रेस के लिए साख की लड़ाई है.
UP Panchayat Chunav 2021: आ गई पंचायत चुनाव की तारीख, इस महीने हो सकते हैं चुनाव!
AAP और AIMIM का क्या है प्लान?
वहीं आम आदमी पार्टी और AIMIM के पास भी पंचायत चुनावों में विधानसभा चुनाव से पहले अपनी तैयारियों को परखने का मौका है. ये दोनों पार्टियां अपने फायदे से ज्यादा दूसरी विपक्षियों पार्टियों को नुकसान पहुंचा सकती है.
मतदाता सूची प्रकाशन का आदेश
वहीं चुनाव आयोग ने भी अपने स्तर पर तैयारी शुरू कर दी है. चुनाव आयोग ने आदेश जारी कर दिए हैं जिसके तहत पंचायत चुनाव कराने के लिए मतदाता सूचियों का प्रकाशन कर दिया गया है. इस बीच चुनाव आयोग ने पंचायत चुनाव को चार चरणों में कराने की बात कही है.
इतने अधिकारी-कर्मचारी देंगे ड्यूटी
राज्य निर्वाचन आयोग के अपर निर्वाचन आयुक्त के मुताबिक प्रदेश सरकार के मानव सम्पदा पोर्टल पर कुल 13 लाख 25 हजार कार्मिका डेटा दर्ज है, इसमें सचिवालय और निदेशालयों के भी कार्मिक शामिल हैं. शिक्षक, संविदा, पीएसयू, सहकारी बैंक आदि मिलाकर कुल 12.5 लाख कार्मिकों का डेटा बेस राज्य निर्वाचन आयोग ने तैयार कर लिया है. इनमें करीब साढ़े तीन लाख शिक्षक हैं. प्रत्येक पोलिंग बूथ पर एक पोलिंग अफसर, दो सहायक और दो चपरासी लगते हैं. अगर 100 पोलिंग बूथ हैं तो 130 पोलिंग अफसर, 260 सहायक और 260 चपरासी इलेक्शन ड्यूटी के लिए चुने जाएंगे.
UP Panchayat Chunav 2021: बीजेपी ने जारी की जिला प्रभारियों की लिस्ट, वेस्ट यूपी में ज्यादा फोकस
गाजीपुर में तैयार गईं मतदाता सूची
पंचायत चुनाव को लेकर गाजीपुर जिला प्रशासन तैयारी पूरी करने में लगा है. सूची के प्रकाशन के बाद 23 अधिकारियों को चुनाव की जिम्मेदारी सौंपी गई है. उधर, आरक्षण पर सबकी निगाहें टिकी हैं. त्रिस्तरीय चुनाव में किस्मत आजमाने वाले दावेदार भी आरक्षण की जानकारी लेने के लिए निर्वाचन विभाग सहित जिला पंचायत राज विभाग में पता लगाने के आने लगे हैं. गाजीपुर जनपद की 1237 ग्राम पंचायतों में 4 पदों पर चुनाव होंगे.
WATCH LIVE TV