संभल पुलिसकर्मी हत्याकांड: यूपी पुलिस की बड़ी कार्रवाई, एनकाउंटर में ढेर किया एक फरार कैदी
पुलिस का कहना है कि मारे गए अपराधी की पहचान कमल के रूप में हुई है. कमल उन फरार कैदियों में से एक था, जो संभल में पुलिसकर्मियों की हत्या के बाद भाग गए थे.
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अमरोहा: संभल में बुधवार (17 जुलाई) को कैदियों द्वारा दो पुलिसकर्मियों की हत्या के मामले में यूपी पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है. न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार, यूपी पुलिस ने फरार कैदियों में से एक को अमरोहा के आदमपुर के पास हुए एनकाउंटर में मार गिराया है. इस एनकाउंटर में एक पुलिसकर्मी भी जख्मी हुआ है, जिसे नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. पुलिस का कहना है कि मारे गए अपराधी की पहचान कमल के रूप में हुई है. कमल उन फरार कैदियों में से एक था, जो संभल में पुलिसकर्मियों की हत्या के बाद भाग गए थे. वहीं, अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है.
गौरतलब है कि संभल में बुधवार को 2 पुलिसकर्मियों की हत्या के मामले में अब तक की जांच पड़ताल में पुलिस व्यवस्था की बड़ी लापरवाही सामने आई है. जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, वैसे-वैसे पुलिस सिस्टम की लापरवाही की परतें खुल रही हैं. शुरुआती जांच में सबसे गंभीर लापरवाही सामने आई है कि कैदी वैन में 24 कैदियों को ले जा रहे 5 पुलिसकर्मियों में से 3 पुलिसकर्मियों के पास हथियार ही नहीं थे.
इन पुलिसकर्मियों में एक बुजुर्ग दरोगा चेतराम जुलाई को रिटायर्ड होने वाला था. बुजुर्ग दरोगा का शरीर ही इस लायक नहीं था कि फरार हुए बदमाशों से वह मोर्चा ले पाता. चंदौसी कोर्ट के जिस बंदी गृह में पेशी से पहले तीनों कैदी बंद थे, उस बंदी गृह के आसपास लगे चारों कैमरे बंद मिले. कैदी वैन के खटारा होने की तस्वीरें पहले ही सामने आ चुकी हैं.
हालांकि आईजी मुरादाबाद ने लापरवाही के मामले में आरआई समेत 4 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है. आपको बता दें कि बुधबार को चंदौसी कोर्ट में पेशी पर आए तीन कैदियों शकील, कमल और धर्मपाल ने पेशी के बाद वापसी में कैदी वैन में मौजूद दो पुलिसकर्मियों हरेंद्र सिंह और ब्रजपाल की आंखों में मिर्च पाउडर झोंककर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर हत्या कर दी थी. पुलिसकर्मियों की हत्या के बाद कैदी एक सिपाही की रायफल भी लूटकर फरार हो गए थे.
इकराम हत्याकांड के आरोपी हैं फरार कैदी
फरार होने वाले कैदी मुरादाबाद में 2014 में हुए चर्चित इंजीनियर इकराम हत्याकांड के आरोपी हैं. तीनों कैदियों की पहचान शकील, धर्मपाल और कमल के रूप में हुई है. कमल ने साल 2014 कार में लिफ्ट देने के बहाने इंजीनियर इकराम का अपहरण किया था और 20 लाख की फिरौती लेने के बाद इंजीनियर इकराम की हत्या कर दी थी.
20 जुलाई को तीनों को होनी थी सजा
मुरादाबाद पुलिस ने इंजीनियर की हत्या के आरोप में शकील, धर्मपाल, कमल समेत 5 आरोपियों को जेल भेजा था. इंजीनियर हत्याकांड का मामला मुरादाबाद कोर्ट में चल रहा है. 20 जुलाई को इस मामले में कोर्ट का फैसला आना था. फैसले में तीनों आरोपियों को सजा होनी निश्चित थी. इसी सजा से बचने के लिए तीनों ने फरार होने का प्लान बनाया.
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