Akihlesh Yadav Speech in Lok Sabha: समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने लोकसभा में संविधान के 75 वर्ष पूरे होने पर चर्चा के दौरान केंद्र और उत्तर प्रदेश सरकार पर जोरदार हमले किए. सरकार को सवालों के घेरे में खड़ा किया.
Trending Photos
Akihlesh Yadav News in Hindi: अखिलेश यादव ने संविधान देश की 90 फीसदी शोषित पीड़ित वंचित जनता का सबसे बड़ा संरक्षक है. पीडीए के लिए यह जन्म मरण का प्रश्न है. उन्होंने कहा कि बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर ने जो संविधान दिया था, उन्होंने कहा था कि यह संविधान कितने अच्छे परिणाम देगा, यह इस बात पर निर्भर करेगा कि उसे लागू करने वाले लोग कैसे हैं. उन्होंने कहा कि देश की सीमाएं सिकुड़ रही हैं. अरुणाचल प्रदेश में रेजांगला मेमोरियल को कथित तौर पर चीनी सेना द्वारा तोड़े जाने का दावा किया.
कन्नौज से लोकसभा सांसद अखिलेश यादव ने कहा कि देश की हर मस्जिद के नीचे मंदिर खोजने वाले हिन्दुस्तान को शांत नहीं रहने देना चाहते हैं. देश के 60 फीसदी लोग गरीब हैं. लोगों के पूजास्थलों पर कब्जा किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि अगर न्याय, बराबरी और लोकतांत्रिक प्रक्रिया नहीं रहेगी तो अमृतकाल सिर्फ जुमला ही है. आज फिर करो या मरो का समय आ गया है. लेकिन देश की जनता का धन्यवाद, जिन्होंने 400 के पार का नारा देकर संविधान बदलने का इरादा रखने वालों को विफल कर दिया. आखिर में अखिलेश ने यह भी कहा कि कुछ इधर वाले उधर हैं (कुछ विपक्ष वाले सत्ता पक्ष में -नीतीश-नायडू) जो हट जाएं तो सरकार गिरते देर नहीं लगेगी.
उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यकों के घर तोड़े जा रहे हैं. मस्जिदें निशाने पर हैं. उत्तर प्रदेश में ये घटनाएं जानबूझकर की गईं. यूपी चुनाव में बहुत सारे लोगों को वोट डालने के अधिकार से रोका गया. उन्हें डराया धमकाया गया. ऐसे इंतजाम किए गए थे कि वो लोग पोलिंग बूथ तक न पहुंच पाएं. ये तस्वीरें देश दुनिया ने देखी है. महिलाओं को रिवॉल्वर दिखाकर मतदान से रोकने की कोशिश की. महिलाओं ने बहादुरी दिखाते हुए जान की परवाह न करते हुए वोट डाला. प्रशासनिक मशीनरी का इस्तेमाल करके अपनी ही सरकार बना लेते हैं. ये तानाशाही कायम करने की कोशिश है. हिटलर ने जिस तरह काम किया था, वही काम हमारी सरकार कर रही है.
उत्तर प्रदेश में नौकरी और आरक्षण का मुद्दा अखिलेश ने उठाया. उन्होंने आरोप लगाया कि सरकारी नौकरियां कहां हैं. आउटसोर्सिंग पर जो नौकरियां दी जा रही हैं, उनमें भी कहीं आरक्षण नहीं दिया जा रहा है. पेपर लीक हो रहे हैं और जानबूझकर कराया जा रहा है ताकि नौकरियां न देनी पड़ें. शिक्षण संस्थानों में भी यही हो रहा है. केंद्रीय विश्वविद्यालय में जो कुलपति या प्रोफेसरों की नियुक्ति की जा रही है, उनमें भी भेदभाव हो रहा है. जिनको नहीं रखना है, उन्हें एनएफएस का टैग दे दिया जाता है. शिक्षा मंत्री इस बारे में हकीकत सबके सामने लाएं.
बुलडोजर, बुलेट पर निशाना साधते हुए अखिलेश ने कहा कि आज सबसे ज्यादा मौतें पुलिस अभिरक्षा में, जेल में या फर्जी मुठभेड़ों में उत्तर प्रदेश में हो रही हैं. तहसील समाधान दिवस, जिलों में समाधान दिवस या सीएम आवास पर शिकायत लेकर गए लोग आत्मदाह कर रहे हैं. लोगों ने कैमरे में लाइव जान जाते देखा है.