धर्मांतरण मामला: समाज नहीं दे रहा 'क्लीन चिट', इसलिए 200 KM दूर सुप्रीम कोर्ट के लिए पैदल निकले प्रवीण
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धर्मांतरण मामला: समाज नहीं दे रहा 'क्लीन चिट', इसलिए 200 KM दूर सुप्रीम कोर्ट के लिए पैदल निकले प्रवीण

प्रवीण मुजफ्फरनगर के खतौली से आगे पहुंच चुके हैं. उन्हें उम्मीद है कि वो 11 दिनों में अपनी यात्रा पूरी कर दिल्ली पहुंच जाएंगे.

पीड़ित युवक प्रवीण कुमार

मुजफ्फरनगर: धर्मांतरण मामले में सामने आई हजार लोगों की सूची में सहारनपुर के युवक प्रवीण का नाम गलत तरीके से शामिल होने के बाद उनका जीवन नरक हो गया है. समाज के लोग उन्हें आतंकवादी, देशद्रोही और गद्दार कहकर प्रताड़ित कर रहे हैं. ऐसे में प्रवीण अपना खोया हुआ सम्मान और न्याय पाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करने निकल पड़े हैं. इसके लिए वो 200 किमी. की यात्रा पर पैदल ही तय कर रहे हैं.  

क्या है पूरा मामला?
मामला नागल थानाक्षेत्र के गांव शीतलाखेड़ी का है. यहां रहने वाले प्रवीण कुमार को पिछले महीने धर्मांतरण मामले में यूपी एटीएस ने गिरफ्तार किया था. उनके पास मिली सूची में प्रवीण का भी नाम शामिल था. हालांकि, जांच में प्रवीण को किसी भी राष्ट्रविरोधी, आतंकवादी या अन्य सामाजिक विरोधी गतिविधियों में संलिप्त न पाए जाने पर 30 जून को वापस गांव भेज दिया गया था. इसके साथ ही उन्हें इस मामले में क्लीन चिट भी मिल गई थी. 

हुआ सामाजिक बहिष्कार
मामले में एटीएस के निर्दोष करार दिए जाने के बावजूद उनका सामाजिक बहिष्कार हो गया. ग्रामीण क्षेत्र के लोग युवक को आतंकवादी और सामाजिक विरोधी गतिविधियों में शामिल बताकर प्रताड़ित कर रहे हैं. यहां तक कि उनके घर के दरवाजे पर आतंकवादी तक लिख दिया गया. वहीं, पीड़ित ने बताया कि उन्हें एक साजिश के तहत फंसाया गया था. उनके दस्तावेजों का मिसयूज किया गया. उन्होंने कोई भी धर्म परिवर्तन नहीं किया है. प्रवीण ने कहा कि वह तो मुस्लिम होने के बारे में सोच भी नहीं सकते हैं. 

सीएम योगी और पीएम मोदी पर लिख चुके हैं किताबें
आपको बता दें कि पीड़ित युवक प्रवीण एक कवि व लेखक हैं. उन्होंने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और पीएम नरेंद्र मोदी पर दो किताबें भी लिखी हैं. किताबों का नाम नमो गाथा: मोदी एक विचार और योगी से योगीराज तक है. प्रवीण ने कहा कि वो सीएम योगी और पीएम मोदी का बहुत बड़े फैन हैं. ऐसे में वह मुस्लिम होने के बारे में कभी सोच भी नहीं सकते हैं. 

पहुंच चुके हैं मुजफ्फरनगर 
बीते मंगलवार को प्रवीण ने जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर शिकायत पत्र सौंपा था. इसके बाद सुप्रीम कोर्ट में जाकर अपना पक्ष रखने की बात कहकर दिल्ली के लिए पैदल ही रवाना हो गये. फिलहाल प्रवीण मुजफ्फरनगर के खतौली से आगे पहुंच चुके हैं.  प्रवीण को उम्मीद है कि वह 11 दिनों में अपनी यात्रा पूरी कर दिल्ली पहुंच जाएंगे.

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