भारत पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच बुधवार 7 मई को देश की सबसे बड़ी मॉक ड्रिल हो रही है. इस दौरान हवाई हमले या युद्ध जैसे हालात दर्शान के तेज सायरन बजेगा और ब्लैक आउट हो जाएगा.
आज देशभर के 250 से अधिक जिलों में एक साथ सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल आयोजित की जाएगी. इसका उद्देश्य है – भारत को किसी भी संभावित आपात स्थिति, जैसे युद्ध, आतंकी हमला या हवाई हमले के लिए तैयार रखना. हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले और सीमा पर बढ़े तनाव को देखते हुए यह अभ्यास और भी अहम हो गया है.
यह मॉक ड्रिल दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, अहमदाबाद, पटना, विशाखापत्तनम जैसे बड़े शहरों के साथ-साथ संवेदनशील और सामरिक महत्व वाले क्षेत्रों – जैसे परमाणु संयंत्र, मिलिट्री बेस और बड़े बांधों वाले इलाकों – में आयोजित की जाएगी. यह मॉक ड्रिल यूपी के भी 19 जिलों में की जाएगी.
कुछ जगहों पर सीमित समय के लिए बिजली सप्लाई रोकी जा सकती है. यह ‘ब्लैकआउट सिमुलेशन’ का हिस्सा होगा, ताकि यह देखा जा सके कि हम अंधेरे में कैसे प्रतिक्रिया देते हैं और क्या हमारी तैयारियां पर्याप्त हैं.
नहीं, सभी स्कूल, कॉलेज, बैंक और दफ्तर सामान्य रूप से खुले रहेंगे. मॉक ड्रिल इस तरह से आयोजित की जाएगी कि आम जनजीवन पर कम से कम असर पड़े.
इस अभ्यास में पुलिस, सेना, स्कूल और कॉलेज के छात्र, रेलवे व मेट्रो स्टाफ, अस्पताल कर्मी और कई सरकारी-प्राइवेट संस्थान भाग लेंगे. आम नागरिकों को भी शामिल किया जाएगा जिन्हें पहले से प्रशिक्षण दिया गया है.
फिलहाल ऐसी कोई सूचना नहीं है कि मोबाइल नेटवर्क या इंटरनेट बंद किया जाएगा. लेकिन स्थानीय प्रशासन की गाइडलाइन का पालन करना जरूरी होगा.
अधिकांश शहरों में यह अभ्यास दोपहर 4 बजे के आसपास शुरू हो सकता है, कई जगहों पर ब्लैक आउट का समय शाम 7 बजे से रात 9 बजे के बीच रखा गया है. हालांकि, स्थान के अनुसार समय में थोड़ा फर्क हो सकता है.
सबसे अहम बात – घबराने की जरूरत नहीं है. यह केवल एक पूर्वाभ्यास है. शांति बनाए रखें, निर्देशों का पालन करें और यह समझें कि यह तैयारी किसी भी वास्तविक खतरे से निपटने के लिए है.
लेख में दी गई ये जानकारी सामान्य स्रोतों से इकट्ठा की गई है. इसकी प्रामाणिकता की जिम्मेदारी हमारी नहीं है.एआई के काल्पनिक चित्रण का जी यूपीयूके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.