प्रदेश में नगर निकाय चुनावों के कारण भारत-नेपाल सीमा सील कर दी गयी है.
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महाराजगंज(उत्तर प्रदेश): प्रदेश में नगर निकाय चुनावों के कारण भारत-नेपाल सीमा सील कर दी गयी है. जिलाधिकारी वीरेन्द्र कुमार सिंह ने यहां संवाददाताओं को बताया कि मतदान से 24 घंटे पहले सीमा दी गयी है. यह 29 नवंबर को मतदान समाप्ति तक सील रहेगी. सीमा पर सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के जवान तैनात हैं. उन्होंने कहा कि भारत-नेपाल सीमा पर माओवादियों को लेकर बड़ी चुनौती है इसलिए नगर निकाय चुनाव के मद्देनजर सीमा को सील करना आवश्यक था. सिंह ने बताया कि सीमा पर कंप्यूटरीकृत कैमरे लगाये गये हैं ताकि हर गतिविधि पर पैनी नजर रखी जा सके. उन्होंने बताया कि सोनौली में ऐसे दो अत्याधुनिक कैमरे लगाये गये हैं. सिंह ने कहा कि असामाजिक तत्वों के सीमा पर घुसपैठ कर चुनावों को बाधित करने की खुफिया खबरों के बाद सीमा पर सुरक्षा कड़ी कर दी गयी है.
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प्रांतीय और संसदीय चुनाव के मद्देनजर नेपाल ने भारत और चीन के साथ लगती अपनी सीमा को बंद कर दिया है. नेपाल में प्रांतीय और संसदीय चुनाव दो चरणों 26 नवंबर और 7 दिसंबर को होने है. दो चरणों में होने वाले इस चुनाव में रविवार (26 नवंबर) को उत्तरी प्रांत और 7 दिसंबर को दक्षिणी क्षेत्र और काठमांडू में मतदान होना है. चुनावों के मद्देनजर सुरक्षा बलों के 3,00,000 से अधिक जवानों को तैनात किया जाएगा.
चुनाव के परिणाम दूसरे चरण के मतदान के कुछ दिन बाद आने का अनुमान है.नेपाल के पहले चुनाव को लेकर कई लोगों को उम्मीद है कि यह क्षेत्रीय विकास को गति देगा जबकि कुछ लोगों को डर है कि चुनाव से हिंसा का नया दौर शुरू हो सकता है. इसके मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद किया जा रहा है. साल 2015 में जब नेपाल ने नए संविधान को लागू किया था तो पूरा देश सात राज्यों में बंट गया था, जिसके बाद अधिकार और क्षेत्र को लेकर हुई हिंसा में दर्जनों लोग मारे गए.
इनपुट भाषा से भी