अखिलेश यादव ने अब भाजपा से गंगा एक्सप्रेसवे का क्रेडिट छीनने वाला बयान दिया है. लेकिन इस बार खुद क्रेडिट लेने की बजाय बसपा प्रमुख मायावती को दिया है.
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रायबरेली: समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव अभी तक योगी सरकार जिन विकास कार्यों का लोकार्पण या शिलान्यास कर रही थी उसे अपनी सरकार का कामकाज बताते आ रहे थे. इसको लेकर बलरामपुर में सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना का लोकार्पण करने पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अखिलेश यादव की चुटकी भी ली थी. पीएम मोदी ने अखिलेश का नाम लिए बिना कहा था, कुछ लोग सिर्फ क्रेडिट लेना जानते हैं. हो सकता है उन्होंने इस प्रोजेक्ट का फीता भी बचपन में ही काट दिया हो. इनकी प्राथमिकता सिर्फ फीता काटना था, हमारी प्राथमिकता प्रोजेक्ट को समय पर पूरा करना है.
अखिलेश यादव ने अब भाजपा से गंगा एक्सप्रेसवे का क्रेडिट छीनने वाला बयान दिया है. लेकिन इस बार खुद क्रेडिट लेने की बजाय बसपा प्रमुख मायावती को दिया है. सपा प्रमुख शुक्रवार को अपनी विजय रथ यात्रा लेकर रायबरेली पहुंचे थे. यहां जब पत्रकारों ने मेरठ से प्रयागराज तक प्रस्तावित गंगा एक्सप्रेसवे के बारे में सवाल किया तो अखिलेश यादव ने कहा, भारतीय जनता पार्टी को दूसरी सरकारों के काम के उद्घाटन और शिलान्यास का शौक है. पूर्वांचल एक्सप्रेसवे तो हमारा काम था, इसी तरह काशी विश्वनाथ धाम के नव्य रूप का काम हमने शुरू किया था.
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अखिलेश ने माया को दिया गंगा एक्सप्रेसवे का क्रेडिट
उन्होंने आगे कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शाहजहांपुर में शनिवार को जिस गंगा एक्सप्रेसवे का शिलान्यास करेंगे, वह तो मायावती जी का प्रोजेक्ट था. एक बार मायावती जी ने सपना देखा था कि मेरठ से प्रयागराज तक गंगा एकसप्रेसवे बने. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी सरकार के प्रोजेक्ट का लोकार्पण व शिलान्यास करते-करते अब बहुजन समाज पार्टी के पुराने कामों को अपना बताना शुरू कर दिया है. बसपा सरकार के कार्यकाल में गंगा एक्सप्रेसवे पर मंथन शुरू हो गया था. उत्तर प्रदेश सरकार ने इस प्रोजेक्ट पर अब काम शुरू किया है.
मोदी शाहजहांपुर में 18 दिसंबर को करेंगे शिलान्यास
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 18 दिसंबर को शाहजहांपुर में मेरठ से लेकर प्रयागराज तक बनने वाले 594 किलोमीटर लंबे और सिक्स लेन चौड़े गंगा एक्सप्रेसवे का शिलान्यास करेंगे. गंगा एक्सप्रेसवे को इस तरह से बनाया जा रहा है कि भविष्य में इसको आठ लेन में परिवर्तित किया जा सके. मेरठ के खरखौदा में एनएच-334 के किनारे बसे बिजौली गांव से शुरू होकर गंगा एक्सप्रेसवे प्रयागराज के सोरांव में एनएच-19 पर बसे जूड़ापुर दांदू पर समाप्त होगा. इस एक्सप्रेसवे पर शाहजहांपुर में 3.5 किलोमीटर लंबी एयर स्ट्रिप भी बनाई जा रही है. भारतीय वायुसेना के विमान आपातकाल में इस एयरस्ट्रिप से टेक-ऑफ और लैंडिंग कर सकेंगे.
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यूपी के 12 जिलों को आपस में जोड़ेगा गंगा एक्सप्रेसवे
मेरठ से प्रयागराज तक प्रस्तावित 594 किलोमीटर लंबे गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण अडानी इंटरप्राइजेज और आइआरबी इन्फ्राट्रक्चर डेवलपर्स करेंगे. बिडिंग प्रक्रिया के जरिये चयनित हुईं इन कंपनियों के नाम पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में मुहर लग गई है. इस एक्सप्रेसवे के निर्माण की अनुमानित लागत 36,200 करोड़ रुपये है. गंगा एक्सप्रेसवे मेरठ से शुरू होकर हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली व प्रतापगढ़ होते हुए प्रयागराज पहुंचेगा. इस एक्सप्रेसवे के जरिए यूपी वेस्ट और यूपी ईस्ट आपस में जुड़ जाएंगे. गंगा एक्सप्रेसवे को भविष्य में मेरठ से बढ़ाकर हरिद्वार और प्रयागराज से बढ़ाकर वाराणसी तक करने की है.
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