स्वतंत्र देव सिंह ने सपा का यह पोस्टर ट्विटर पर शेयर करते हुए लिखा, ''अखिलेश यादव जी, इस पोस्टर में आप किसी की तस्वीर लगाना भूल गए हैं शायद, अपनी जीवन यात्रा को मस्तिष्क में रख कर प्रयास करिए, याद आ जाएगा.''
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लखनऊ: उत्तर प्रदेश में अगले साल की शुरुआत में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए अखिलेश यादव ने कमर कस ली है. वह 12 अक्टूबर से उत्तर प्रदेश में 'समाजवादी विजय यात्रा' निकालने जा रहे हैं. मंगलवार को समाजवादी पार्टी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से इससे संबंधित पोस्टर भी जारी कर दिए गए. लेकिन अखिलेश की फोटो गले इस पोस्टर में एक बहुत बड़ी कमी रह गई. उत्तर प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह इस पर कटाक्ष करने से भी नहीं चूके.
.@yadavakhilesh जी, इस पोस्टर में आप किसी की तस्वीर लगाना भूल गए है शायद, अपनी जीवन यात्रा को मस्तिष्क में रख कर प्रयास करिए याद आ जाएगा। pic.twitter.com/IbBm6DG7oH
— Swatantra Dev Singh (@swatantrabjp) October 5, 2021
दरअसल, पोस्टर में अखिलेश यादव की बड़ी फोटो के अलावा बाबा साहब भीमराव आंबेडकर और पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम समेत कई वरिष्ठ समाजवादी नेताओं की तस्वीरें लगी थीं, लेकिन समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव की फोटो नहीं. स्वतंत्र देव सिंह ने सपा का यह पोस्टर ट्विटर पर शेयर करते हुए लिखा, ''अखिलेश यादव जी, इस पोस्टर में आप किसी की तस्वीर लगाना भूल गए हैं शायद, अपनी जीवन यात्रा को मस्तिष्क में रख कर प्रयास करिए, याद आ जाएगा.''
इससे पहले लखनऊ में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने जनता से संवाद के लिए 12 अक्टूबर से समाजवादी विजय यात्रा निकालने की घोषणा की. उन्होंने कहा कि हमें रथ यात्रा निकालने का मौका मिला है, क्योंकि लोग भाजपा से निराश हैं. इसलिए इस बार समाजवादी पार्टी की विजय यात्रा होगी. सपा के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने कहा कि प्रदेश में अमानवीय सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए सपा प्रमुख 12 अक्टूबर से समाजवादी विजय यात्रा निकालने जा रहे हैं.
We are again getting an opportunity to hold rath yatra & this time, it is a 'vijay yatra' of Samajwadi Party. As people of Uttar Pradesh are disappointed with the BJP govt: Samajwadi Party chief Akhilesh Yadav told ANI pic.twitter.com/T94od82Dz9
— ANI UP (@ANINewsUP) October 5, 2021
राजेंद्र चौधरी के मुताबिक इस यात्रा का उद्देश्य लोगों को भाजपा सरकार की भ्रष्ट, निरंकुश और दमनकारी नीतियों से अवगत कराना और वास्तविक लोकतंत्र की स्थापना करना है. अखिलेश की यात्राएं उत्तर प्रदेश में बदलाव के लिए हैं. सपा के प्रदेश अध्यक्ष के रूप में अखिलेश यादव की पहली क्रांति यात्रा 31 जुलाई, 2002 को शुरू हुई और उसके बाद उन्होंने क्रांति रथ यात्रा समेत कई यात्राएं निकालीं. सपा प्रमुख की यात्रा राज्य के किन मार्गों से होकर गुजरेगी, पार्टी ने अभी इसे सार्वजनिक नहीं किया है.
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