बलवीर गिरी की ताजपोशी: अखाड़ों में दिखी फूट, पूरे 13 नहीं, सिर्फ 10 ही हुए शामिल
Advertisement

बलवीर गिरी की ताजपोशी: अखाड़ों में दिखी फूट, पूरे 13 नहीं, सिर्फ 10 ही हुए शामिल

श्री पंचायती निरंजनी अखाड़े के सचिव रवींद्र पुरी महाराज ने बताया कि महंत नरेंद्र गिरी की इच्छानुसार आज उनकी गद्दी पर नए महंत के तौर पर की ताजपोशी की गई है. इसमें देशभर से पहुंचे साधु-संतों ने उन्हें आशीर्वाद स्वरूप चादरपोशी की...

बलवीर गिरी की ताजपोशी: अखाड़ों में दिखी फूट, पूरे 13 नहीं, सिर्फ 10 ही हुए शामिल

मो. गुफरान/प्रयागराज: अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रहे महंत नरेंद्र गिरी के नए उत्तराधिकारी की आज औपचारिक घोषणा कर दी गई. मठ बाघम्बरी गद्दी के नए महंत के तौर पर बलवीर गिरी महाराज को महंत नरेंद्र गिरी का उत्तराधिकारी बनाया गया. इसके लिए बाकायदा मठ परिसर में ही चादर विधि कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें दस अखाड़ों के सभी महंत और महामंडलेश्वर शामिल हुए. हालांकि, 3 अखाड़ों के महंतों ने कार्यक्रम में शिरकत नहीं की.

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष पद को लेकर महाभारत, अब इस अखाड़े ने किया दावा 

महंत कार्यों की देखरेख के लिए बनी कोर कमेटी
श्री पंचायती निरंजनी अखाड़े के सचिव रवींद्र पुरी महाराज ने बताया कि महंत नरेंद्र गिरी की इच्छानुसार आज उनकी गद्दी पर नए महंत के तौर पर की ताजपोशी की गई है. इसमें देशभर से पहुंचे साधु-संतों ने उन्हें आशीर्वाद स्वरूप चादरपोशी की. आज से बलवीर गिरी मठ बाघंबरी गद्दी के नए महंत के तौर पर संपूर्ण जिम्मेदारियों का निर्वहन करेंगे. हालांकि, महंत बलवीर गिरी के कार्यों की देखरेख के लिए एक कोर कमेटी का भी निरंजनी अखाड़े की तरफ से गठन किया गया है, जो बलवीर गिरी के कार्यों को देखेगी, जिससे अखाड़े की संपत्ति को किसी तरह का कोई नुकसान न पहुंच सके.

Chardham Yatra News: अब असीमित संख्या में चारधाम यात्रा कर सकेंगे श्रद्धालु, नैनीताल हाई कोर्ट ने रोक हटाई

संपत्ति विवाद को लेकर अलग हो गए 3 अखाड़े
वहीं मठ बाघम्बरी गद्दी के नए महंत की ताजपोशी के दौरान तेरहों अखाड़ों में फूट भी दिखने को मिली. अयोध्या से संबंध रखने वाले वैष्णव संप्रदाय के तीनों अनि अखाड़े चादर विधि कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए. तीनों अनि अखाड़ों के साधु-संतों के बलवीर गिरी महाराज के चादर विधि में शामिल नहीं होने पर निरंजनी अखाड़े के रवींद्र पुरी महराज ने कहा कि हरिद्वार कुंभ के दौरान ही तीनों अनि अखाड़े जमीन को लेकर विवाद की वजह से अलग हो गए थे.

WATCH LIVE TV

Trending news