गोरखपुर: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार को गोरखपुर के चिड़ियाघर पहुंचे. जहां उन्होंने व्हाइट टाइगर को मुख्य बाड़े में छोड़कर पर्यटकों को नई सौगात दी. इस दौरान उन्होंने तेंदुए के बच्चे को दूध पिलाया और उनका नामकरण भी किया. साथ ही कुछ देर तेंदुए के बच्चे के साथ खेलते रहे. यह दृश्य काफी अच्छा था, जब वह काफी देर तक तेंदुए के बच्चों को बोतल से दूध पिलाते और उसका सिर सहलाते नजर आए. सीएम योगी ने तेंदुओं के बच्चों का नाम  भवानी और चंडी रखा है. ये चिड़ियाघर के अस्पताल में रखे गए हैं. इसके अलावा  कानपुर चिड़ियाघर से लाए दो हिमालयन ब्लैक बीयर (भालू) को भी मुख्यमंत्री के हाथों बाड़े में छोड़ा गया. 


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मुख्यमंत्री योगी ने इस दौरान कहा, ''रामराज्य की आदर्श भावना अनुरूप हम मानव कल्याण के लिए काम करें,साथ ही हम प्रत्येक प्राणी की रक्षा और संरक्षण के लिए काम करेंगे. इस विश्वास के साथ आप सबको हृदय से बधाई. आज चिड़ियाघर में सफेद बाघिन छोड़ी गई, बहुत रोमांचित करने वाला क्षण था. साथ ही तेंदुए के दो बच्चों के नामकरण भी किये गए. मैंने स्वयं उसे दूध भी पिलाया.जब मैं वहां गया तो वो शांति से बैठ गए, जबकि सांसद जी पर झपट पड़ा था. इसी से रामचरित मानस की पंक्तियां याद आती है 'हित अनहित पशु पक्षी जाना'.पशु पक्षी जानते हैं कि कौन हमारा हितैषी है,कौन हमारा अनहित कर सकता है.


सीएम योगी ने कहा कि नमामि गंगे के परिणाम आज सामने हैं. कानपुर में आज सीवर का पानी नहीं गिरता है, आज वहां सेल्फी पॉइंट बन गया है.जाजमऊ में गिरने वाला सीवर का पानी आज नहीं है,आज वहां जलीय जीव पैदा होता है,आज डॉल्फिन गंगा में फिर से दिखाई पड़ते हैं,मिर्ज़ापुर बनारस में हो रहा है. वन्य जीवों के इलाज और संरक्षण के लिए जो वेटनरी चिकित्सक होते हैं. उनके कैडर के लिए वन विभाग को कार्य करना चाहिए. जिससे उन्हें भी प्रोत्साहन,प्रमोशन मिल सके.अभी इन्हें हम पशुपालन विभाग से यहां लाते हैं, लेकिन विभाग को इनके अलग कैडर की जरूरत है. उन्होंने कहा, वन विभाग में सौ करोड़ वृक्षारोपण किये हैं. अच्छा पर्यावरण स्वास्थ्य और ग्लोबल वार्मिंग के लिए लाभदायक है.