प्रदेश के मुज़फ्फरनगर जिले ने तो सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए है, शुक्रवार को मुज़फ्फरनगर (Muzaffarnagar) जिले की एयर क्वॉलिटी इंडेक्स 400 प्लस रिकॉर्ड की गई थी. जिसके चलते प्रदूषण के मामले में मुज़फ्फरनगर, प्रदेश में दूसरे नंबर पर रहा.
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नीरज त्यागी/मुज़फ्फरनगर: सड़कों पर दौड़ते वाहनों और औद्योगिक इकाइयों का संचालन तेज होने के कारण वायु प्रदूषण (Air Pollution) में बढ़ोत्तरी होने लगी है. एनसीआर (NCR) क्षेत्रों में लगातार बढ़ते प्रदूषण के कारण हवा जहरीली हो चुकी है. उत्तर प्रदेश की करें तो यहां के कुछ जिलों में हवा इतनी दूषित हो गई है कि अब बात जान पर बन आई है. ऐसे समय में सभी को सावधानी बरतने की जरूरत है.
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मुज़फ्फरनगर में हवा लगातार जहरीली बनी हुई है
प्रदेश के मुज़फ्फरनगर जिले ने तो सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए है, शुक्रवार को मुज़फ्फरनगर (Muzaffarnagar) जिले की एयर क्वॉलिटी इंडेक्स 400 प्लस रिकॉर्ड की गई थी. जिसके चलते प्रदूषण के मामले में मुज़फ्फरनगर, प्रदेश में दूसरे नंबर पर रहा. हालांकि, शनिवार को ये थोड़ा कम होकर 308 पर जरूर पहुंचा है. लेकिन, वायु के दूषित होने पर सांस के मरीजों, बुजुर्गों और बच्चों को बेहद परोशानी उठानी पड़ी.
यहां के बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए प्रशासन के द्वारा लगभग 6 एंटी स्मॉक गन (Anti smoke guns) लगाई गई हैं. जो लगातार पानी का छिड़काव करने का काम कर रही हैं. इतना ही नहीं यहां प्रदूषण विभाग ने भी कई टीमों का गठन किया है. जो प्रतिदिन प्रदूषण (Pollution) फैला रही फक्ट्रियों पर छापेमारी कर जुर्माना लगाने की कार्रवाई भी कर रही है. धुंध की काली परत गहराने से सांस की एलर्जी, अस्थमा, सीओपीडी और दिल के मरीजों की परेशानी बढ़ सकती हैं.
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