गंगा किनारे पेड़ लगाने से गंगा में होने वाले प्रदूषण का प्रभाव नहीं होगा. इस प्रकार की योजनाओं से गंगा तो स्वच्छ होगी ही साथ ही गंगा किनारे के ग्रामों मे हरियाली का वातावरण बनेगा.
Trending Photos
लखनऊ- उत्तर प्रदेश की योगी सरकार (Yogi Government) गंगा के बढ़ते प्रदूषण को लेकर काफी सजग दिखाई दे रही है. गंगा नदी में बढ़ रहे प्रदूषण को रोकने के लिए सरकार नया प्रयास करने जा रही है, जिससे गंगा किनारे खेती करने वाले किसानों को भी फायदा होगा.
दरअसल राज्य सरकार गंगा के दोनों किनारों पर वृक्षारोपण करने का प्लान कर रही है. जिसमें सरकार द्वारा गंगा किनारे आम, अमरूद,यो आंवला,केला आदि प्रकार के फलदार पेड़ लगाये जाएंगे. योगी सरकार इस योजना के माध्यम से किसानों को आर्गेनिक खेती करने के लिए प्रशिक्षण देगी. सरकार ने गंगा के दोनों किनारों के आसपास के खेतों में रासायनिक उर्वरकों के इस्तेमाल करने पर रोक लगा दी है. जिससे गंगा में रासायनिक उर्वरकों से होने वाले प्रदूषण में कमी आयेगी.
इन इलाकों में सरकार द्वारा किसानों को आर्गेनिक खेती के माध्यम से फल,फूल और सब्जियों के उत्पादन करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है. आर्गेनिक खेती करने से किसानों को तो फायदा मिलेगा ही साथ ही रासयनिक उर्वरकों के प्रयोग से जो भूमी की उर्वरकता शक्ति कम होती है, उसमें भी कमी आयेगी.
इशारों-इशारों में मायावती ने अखिलेश पर साधा निशाना, कहा- बरसाती मेंढकों से खुश नहीं होती जनता
प्रदूषण कम करने के लिए शानदार प्रयास
पर्यावरणविदों का मानना है कि इस प्रकार की योजनाओं से गंगा के प्रदूषण स्तर में कमी आएगी. गंगा किनारे पेड़ लगाने से गंगा में होने वाले प्रदूषण का प्रभाव नहीं होगा. इस प्रकार की योजनाओं से गंगा तो स्वच्छ होगी ही साथ ही गंगा किनारे के ग्रामों मे हरियाली का वातावरण बनेगा. ज्यादा से ज्यादा वृक्षारोपण हो इसलिए सरकार ने हर जिले में गंगा नर्सरी विकसीत करने का निर्णय लिया है. जिससे कम समय में ही ज्यादा वृक्षारोपण हो सकेगा. गंगा को कटान से बचाने के लिए पीपल और बरगद जैसे मजबूत पेड़ों को भी लगाया जाएगा.
क्या है नमामी गंगे परियोजना
भारत सरकार द्वारा नमामी गंगे परियोजना, गंगा में बढ़ते प्रदुषण को रोकने और गंगा नदी को पुनर्जीवित करने के लिए चलाई जा रही है. इस परियोजना कि शुरुआत 2014 में की गई थी. जिसके बाद से ही सरकार द्वारा लगातार इस क्षेत्र में प्रयास किये जा रहे हैं. इस परियोजना का क्रियान्वयन केंद्रीय जल संसाधन, नदी विकास और गंगा कायाकल्प मंत्रालय के तत्वाधान में किया जा रहा है.
WATCH LIVE TV