प्रेग्‍नेंसी के दौरान महिलाओं का कितना होना चाहिए वजन, जाने लें डॉक्‍टरों की राय, दूर कर लें मिथक
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प्रेग्‍नेंसी के दौरान महिलाओं का कितना होना चाहिए वजन, जाने लें डॉक्‍टरों की राय, दूर कर लें मिथक

Pregnancy Weight Tips : प्रेग्‍नेंसी से पहले महिलाएं अपने स्वास्थ्य को लेकर सजग हो जाती हैं. कई बार ये गर्भावस्था से पहले अपना खानपान बढ़ा देती है. इससे उनका वजन बढ़ जाता है. गर्भावस्था से पहले वजन बढ़ने से होने वाले बच्चे में एलर्जी संबंधी परेशानी हो सकती है. 

प्रेग्‍नेंसी के दौरान महिलाओं का कितना होना चाहिए वजन, जाने लें डॉक्‍टरों की राय, दूर कर लें मिथक

Pregnancy Weight Tips : गर्भावस्था से पहले महिलाएं अपने स्वास्थ्य को लेकर सजग हो जाती हैं. कई बार ये गर्भावस्था से पहले अपना खानपान बढ़ा देती है. इससे उनका वजन बढ़ जाता है. गर्भावस्था से पहले वजन बढ़ने से होने वाले बच्चे में एलर्जी संबंधी परेशानी हो सकती है. हाल ही में हुए एक अध्‍ययन में यह दावा किया गया है. 

अस्‍थ्‍मा का भी हो सकता है खतरा 
शोधकर्ताओं का कहना है कि गर्भवती होने से पहले महिला का वजन बढ़ने का उसके होने वाले बच्चे में एलर्जी संबंधी रोगों के होने का खतरा बढ़ सकता है. साथ ही मोटापे की शिकार मां से पैदा हुए बच्चे में अस्थमा होने का भी खतरा बढ़ जाता है. वहीं, शोधकर्ताओं का कहना है कि प्रेग्‍नेंसी में ओवरवेट होने की तरह ही अंडरवेट होने के भी कुछ नुकसान होते हैं. 

गर्भ के दौरान वजन को लेकर सजग रहें 
शोध में पाया गया कि गर्भधारण से पहले जो महिलाएं मोटापे की शिकार रहीं, उनके बच्चों में अस्थमा होने का रिस्क 8 फीसदी ज्यादा रहा. इसके अलावा जो महिलाएं पहले से ही मोटापे का शिकार थीं, उनके बच्चों में शुरुआती दौर में एलर्जी विकसित हुए. दुनियाभर में एलर्जी से संबंधित रोग इतनी तेजी से बढ़ रहे हैं कि यह महामारी का रूप लेता जा रहा है. शोधकर्ताओं का कहना है कि ऐसे में मां को अपने वजन को लेकर सजग रहना चाहिए. 
 
यह है सही वजन 
वहीं, वजन कम होना यानी अंडरवेट और गर्भावस्‍था का मेल सही नहीं है. कंसीव करने से पहले महिला का कम से कम 45 कि.ग्रा वजन होना सही है. इससे कम वजन को प्रेग्‍नेंसी के लिए अंडरवेट कहा जाता है, जिन महिलाओं का 45 कि.ग्रा से कम वजन है उन्‍हें गर्भवती होने से पहले 12 सा 18 कि.ग्रा वजन बढ़ा लेना चाहिए. 

पोषक तत्‍वों की कमी न होने दें 
प्रेग्‍नेंसी के लिए सही वजन कितना होना चाहिए ये आपके बॉडी मास इंडेक्‍स यानी बीएमआई पर निर्भर करता है. इसमें लंबाई और वजन के आधार पर बॉडी फैट मापा जाता है. अंडरवेट होने पर जरूरी पोषक तत्‍वों जैसे कि आयरन और फोलेट की कमी होती है जिससे मिसकैरेज का खतरा बढ़ जाता है. अंडरवेट महिलाओं में नौ महीने से पहले डिलीवरी ज्‍यादा होती है. इनमें खासतौर 37वे हफ्ते से पहले डिलीवरी हो जाती है. 

डिस्क्लेमर: यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. zeeupuk इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

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