'भरी थाली' छोड़ 'खाली थाली' पर आया लोगों का दिल, इस कंफ्यूजन के चलते जीती हुई सीट हारी BJP!
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'भरी थाली' छोड़ 'खाली थाली' पर आया लोगों का दिल, इस कंफ्यूजन के चलते जीती हुई सीट हारी BJP!

UP Chunav 2022: छोटे सिंह की हार का एक कारण माना गया उनका चुनाव चिन्ह. लोगों का कहना था कि पार्टी सिंबल भोजन भरी थाली की जगह कमल का होता, तो शायद छोटे सिंह आज जीत गए होते. हार का दूसरा कारण एक निर्दलीय प्रत्याशी अहमद हसन मंजूरी रहा.

'भरी थाली' छोड़ 'खाली थाली' पर आया लोगों का दिल, इस कंफ्यूजन के चलते जीती हुई सीट हारी BJP!

Jalaun Chunav 2022 Results: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के परिणाम हमारे सामने हैं और बीजेपी ने 403 सीटों में से 273 पर जीत हासिल की है. इसी के साथ, समाजवादी पार्टी 125 सीटों के साथ दूसरे स्थान पर आई है. कांग्रेस केवल 2 सीटें जीतने में कामयाब हुई और बसपा को केवल एक सीट में ही संतुष्ट होना पड़ा. इसी बीच मतगणना वाले दिन जालौन की कालपी सीट पर काउंटिंग की प्रक्रिया दिनभर दिलचस्प बनी रही, क्योंकि यहां मुकाबला तीन बड़े चेहरों के बीच में था. हालांकि, विधायक की कुर्सी समाजवादी पार्टी के विनोद चतुर्वेदी को मिली. 

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दिनभर चला बराबरी का मुकाबला
बीजेपी प्लस के प्रत्याशी छोटे सिंह और बसपा के श्यामपाल ने उन्हें कांटे की टक्कर दी. बीच बीच में कई बार ऐसा भी हुआ कि तीनों ही प्रत्याशी बराबरी पर चल रहे थे. हालांकि, अंत में रेस विनोद चतुर्वेदी जीते.

कौन हैं विनोद चतुर्वेदी?
विनोद चतुर्वेदी पहले कांग्रेस से विधायक थे, लेकिन चुनाव से ठीक पहले वह बेटे के साथ अखिलेश यादव की पार्टी में शामिल हो गए. सपा ने उन्हें कालपी सीट से टिकट दिया, जहां उनकी जीत हुई. सीट पर इस बार बीजेपी की जगह उसके सहयोगी दल निषाद पार्टी ने अपना प्रत्याशी उतारा और छोटे सिंह को टिकट मिला. छोटे सिंह पहले बसपा में हुआ करते थे. 2007 में वह बीएसपी से विधायक भी चुने गए थे. 

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बीजेपी के हारने की वजह है अजीब
छोटे सिंह की हार का एक कारण माना गया उनका चुनाव चिन्ह. लोगों का कहना था कि पार्टी सिंबल भोजन भरी थाली की जगह कमल का होता, तो शायद छोटे सिंह आज जीत गए होते. हार का दूसरा कारण एक निर्दलीय प्रत्याशी अहमद हसन मंजूरी रहा. इनका चुनाव चिन्ह था खाली थाली. ऐसे में यह भी कहा जा रहा है कि जनता को 'भोजन भरी थाली' और 'खाली थाली' में कंफ्यूजन हो गया. 

पिछली बार बीजेपी के हाथ में थी सीट
2017 में यह सीट मोदी लहर के तहत बीजेपी के कुंवर नरेंद्र पाल सिंह की जीत हुई थी. पिछली बार बीजेपी को 1 लाख 5 हजार से ज्यादा वोट मिले थे और उन्होंने छोटे सिंह को ही हराया था.

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