12 साल बाद परिवार से मिली झारखंड की बेटी, नेपाल से हुआ रेस्क्यू
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12 साल बाद परिवार से मिली झारखंड की बेटी, नेपाल से हुआ रेस्क्यू

लोहरदगा की एतबरिया उरांव को नेपाल से रेस्क्यू कर उनके घर पहुंचा दिया गया है.12 साल पहले एतबरिया पिता के साथ काम के सिलसिले में उत्तरप्रदेश गई हुईं थी और वहीं से वो लापता हो गईं थी.

झारखंड की बेटी 12 साल बाद परिवार से मिली (सांकेतिक फोटो)

Ranchi: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) की पहल पर गुमशुदा आदिवासी बेटी एतबरिया उरांव को नेपाल से रेस्क्यू कर लोहरदगा लाया गया है. सरकार के सक्रिय और संवेदनशील दृष्टिकोण से उनकी सुरक्षित वापसी सुनिश्चित हो पाई. इसके साथ ही लोहरदगा के भंडरा प्रखंड के मसमानो गांव की एतबरिया का 12 साल का वनवास खत्म हो गया.

बता दें कि कुछ साल पहले एतबरिया उरांव रोजगार की तलाश में अपने पिता के साथ ईंट भट्टे पर काम करने के लिए उत्तर प्रदेश गई हुई थीं और वहीं से वो लापता हो गईं थी. इससे संबंधित मामला यूपी के गोरखपुर थाने में दर्ज कराया गया था. दरअसल, एतबरिया के पिता अब इस दुनिया में नहीं हैं. गुजरते वक्त के साथ उनकी मां और परिवार के अन्य सदस्यों ने एतबरिया के लौटने की सारी उम्मीदें खो दी थी.

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कैसे मिली एतबरिया की जानकारी
एतबरिया के नेपाल में होने की जानकारी एक आश्रम की तरफ किए गए ट्वीट से मिली. साथ ही हरियाणा पुलिस के एएसआई (ASI) राजेश कुमार को भी एक अन्य मामले की जांच के दौरान नेपाल के एक समाजसेवी ने एतबरिया के बारे में जानकारी दी. इसके बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और मंत्री चंपई सोरेन ने झारखण्ड राज्य प्रवासन नियंत्रण कक्ष को इस ट्वीट की जानकारी दी और एतबरिया को वापस झारखण्ड लाने का आदेश दिया. इसके बाद टीम हरकत में आई और एतबरिया की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने के लिए नेपाल और भारत के दूतावासों के साथ समन्वय बनाया गया.

12 साल के बाद परिवार से मिली लड़की
एतबरिया उरांव 12 साल बाद अपने परिवार से मिली. इससे पहले एतबरिया की मां और बड़ी बहन के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से बातचीत करवाई गई. इससे नेपाल में एतबरिया उरांव के होने की पुष्टि हुई. इसके बाद राज्य प्रवास नियंत्रण कक्ष के सहयोग से एतबरिया को नेपाल से  भारत लाया गया. इस पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने साफ तौर पर कहा है कि सरकार मानव तस्करी के जाल से हरेक झारखंडवासी को बचाने के लिए प्रतिबद्ध है. साथ ही उन्होंने तस्करों को झारखंड से दूर रहने की चेतावनी भी दी है.

(इनपुट- पारस कुमार साहू)

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