राकेश टिकैत उन्होंने कहा कि सरकार से समझौता इस बात का हुआ है कि मंत्री अजय मिश्रा टेनी आरोपी हैं और उन्हें बर्खास्त किया जाए. उनका बेटा 302 का मुख्य आरोपी है, उसे गिरफ्तार कर जेल भेजा जाए. एक सप्ताह का समय दिया गया है, वरना यह आंदोलन जारी था और जारी रहेगा.
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लखीमपुर: भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने बुधवार को लखीमपुर में प्रेस कांफ्रेंस की. इस दौरान राकेश टिकैत ने यूपी सरकार को चुनौती देते हुए कहा कि हम छह दिन का समय दे रहे हैं, अगर किसानों के हत्यारोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो बड़ा प्रदर्शन किया जाएगा. भाकियू प्रवक्ता ने कहा कि किसानों के ऊपर गाड़ी चढ़ाने वाले लोग बहुत ही खूंखार बदमाश हैं, जिन्हें आदमखोर कहा जा सकता है. ऐसे लोगों को बख्शा नहीं किया जाना चाहिए.
राकेश टिकैत उन्होंने कहा कि सरकार से समझौता इस बात का हुआ है कि मंत्री अजय मिश्रा टेनी आरोपी हैं और उन्हें बर्खास्त किया जाए. उनका बेटा 302 का मुख्य आरोपी है, उसे गिरफ्तार कर जेल भेजा जाए. एक सप्ताह का समय दिया गया है, वरना यह आंदोलन जारी था और जारी रहेगा. दिल्ली में बैठे मंत्री बयान दे रहे हैं, वह अपनी जुबान को लगाम दें. गिरफ्तारी के बाद बयान दें. राकेश टिकैत ने कहा कि हमारी सरकार से चार प्रमुख मांगें थीं, मुआवजा, नौकरी, मंत्री के बेटे की गिरफ्तारी और मंत्री की केंद्रीय कैबिनेट से बर्खास्तगी.
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भाकियू प्रवक्ता ने कहा कि अभी सिर्फ मृत किसानों के परिजनों को सरकार की ओर से मुआवजे की राशि ट्रांसफर हुई है. एफआइआर दर्ज हुई है, लेकिन गिरफ्तारी नहीं हुई है. सरकार के पास कार्रवाई के लिए एक हफ्ते का समय है. उन्होंने बताया कि बहराइच वाले शहीद किसान का दोबारा पोस्टमार्टम किया गया, फिर शव का अंतिम संस्कार हो गया. परिवार संतुष्ट है. रिपोर्ट में जो कुछ भी आया है वह अभी लिफाफे में बंद है. उन्होंने यह भी कहा कि सरकार यह न समझें कि 45 लाख रुपए पर समझौता हुआ है, ऐसा लगता है तो सरकार अपना अकाउंट दे सारा पैसा वापस कर दिया जाएगा.
यह है पूरा मामला
बीते तीन अक्टूबर को बनवीरपुर में आयोजित दंगल प्रतियोगिता में पुरस्कार वितरण के लिए उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या पहुंचने वाले थे. किसानों ने तय किया कि कृषि बिलों के विरोध में उप मुख्यमंत्री को काला झंडा दिखाना है. किसानों ने तिकुनिया के गुरूनानक कॉलेज मैदान में हेलीपैड के पास घेरा डाल दिया. इस बीच खबर आई कि केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा ने अपनी थार जीप से आंदोलनरत किसानों को रौंद दिया.
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इस घटना में चार किसानों लवप्रीत सिंह, नछत्र सिंह, गुरूविंदर सिंह व दलजीत सिंह की मौत हो गई. हालांकि, मंत्री और उनके पुत्र का दावा है कि किसानों ने गाड़ी पर हमला और पथराव किया. ड्राइवर को पत्थर लगने से गाड़ी उसके नियंत्रण में नहीं रही और यह हादसा हुआ. आशीष मिश्रा का कहना है कि वह घटनास्थल पर नहीं बनवीपुर में दंगल कार्यक्रम में थे. गाड़ी उनकी जरूर थी, जिसमें कुछ भाजपा कार्यकर्ता थे. ये सभी डिप्टी सीएम को रिसीव करने जा रहे थे.
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इस घटना से जुड़े कई वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहे हैं, जिसमें यह भी दिखाया गया है कि केंद्रीय मंत्री के ड्राइवर हरिओम मिश्रा, भाजपा कार्यकर्ता शुभम मिश्रा, श्याम सुंदर निषाद व पत्रकार रमन कश्यप को डंडों से पीटकर मौत के घाट उतार दिया गया. इस टकराव में आठ लोगों की जान चली गई, जिनके शवों का पोस्टमार्टम भी कराया गया है. वहीं एक वीडियो में थार एसयूवी किसानों को रौंदती दिखती है, लेकिन गाड़ी का फ्रेंस मिरर, ड्राइवर सीट के गेट का मिरर, पीछे का मिरर टूटा दिख रहा है, ऐसे मानों गाड़ी पर हमला हुआ हो.
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