UP Ki Baat: विकास को फिर मिलेगी धार, समस्याओं पर चर्चा कर होगी समाधान की तलाश
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UP Ki Baat: विकास को फिर मिलेगी धार, समस्याओं पर चर्चा कर होगी समाधान की तलाश

यूपी के कानपुर जिले में ZEE यूपी -यूके के अहम कार्यक्रम का आयोजन हुआ. जिसमें राज्य के विकास को लेकर चर्चा की गई. 

 

 

 

UP Ki Baat: विकास को फिर मिलेगी धार, समस्याओं पर चर्चा कर होगी समाधान की तलाश
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कानपुर: ज़ी यूपी उत्तराखंड के खास प्रोग्राम उत्तर प्रदेश की बात में राज्य के विकास को लेकर चर्चा की गई. इसमें रियल एस्टेट, हेल्थ केयर एक्सपर्ट्स और यूपी सरकार में औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना के साथ प्रदेश की समस्याओं और विकास को लेकर बातचीत हुई. बता दें, इस प्रोग्राम में हमारे साथ एआईसीसी के राष्ट्रीय सचिव अजय कपूर ने भी बात की.

28 October 2021
17:22 PM

प्रियंका गांधी बनेंगी यूपी की मुख्यमंत्री- कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव अजय कपूर
कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव अजय कपूर ने यूपी विधानसभा चुनाव को लेकर कहा कि महंगाई को भगाएंगे, और प्रियंका गांधी को लाएंगे. उन्होंने कहा हर चुनाव में मुद्दे अलग-अलग होते हैं. जनता कांग्रेस और प्रियंका गांधी की तरफ देख रही है. आने वाले समय में आप देखेंगे कि प्रियंका गांधी यूपी की मुख्यमंत्री और देश की नेता बनेंगी, और इस प्रदेश में एक नई दिशा में काम होगा. 

16:58 PM

डॉक्टर मनीष ने बताया कि कोविड के बाद लोग ब्लैक फंगस की वजह से कैसे लोग प्रभावित हुए? 
उन्होंने बताया कि कोविड के दौर में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. लोगों को ब्लैक फंगस की वजह से खासी परेशानी हुई. कोविड की चपेट में ज्यादातर जो लोग आए उनका इम्यून सिस्टम अच्छा नहीं था. वहीं, ज्यादातर लोग डायबटिक मरीज थे. इसमें ज्यादातर कमजोर इम्यून सिस्टम वाले और डायबेटिक लोग थे. वहीं, इनके ट्रीटमेंट में स्टेरॉयड का इस्तेमाल किया गया. जिसकी वजह से डायबेटिक लोगों को और दिक्कत हुई. क्योंकि स्टेरॉयड की वजह से शुगर लेवल बढ़ता है. जिसकी वजह से फंगस ग्रो करता है. यह फंगस ऑक्सीजन की पाइप लाइन से नाक के जरिए आंख तक गया और आंख के जरिए दिमाग तक गया, यह प्रक्रिया इतनी तेज थी कि मरीज के बचने के चांस ही खत्म हो गए. 

सवाल- आंखों की समस्या होने पर क्या करें? 
डॉक्टर मनीष ने बताया कि सामान्यता आंखों की समस्याओं को हम नजरअंदाज करते हैं. अगर बच्चों के विजन कम है और उन्हें प्रॉपर ग्लासेज दे दिए जाएं तो उनका पूरा विजन रीस्टोर हो सकता है. उन्होंने बताया कि बच्चों की आंखों का चेकअप बेहद जरूरी है. साथ ही बताया कि गैजेटस का ज्यादा इस्तेमाल कर रहे हैं. इनके ज्यादा इस्तेमाल के आंखों में दर्द, आंख लाल होना, सिर दर्द की शिकायत होती है. कंप्यूटर स्क्रीन पर 20 मिनट का समय बिताने के बाद 20 सेकंड का के लिए ब्रेक लेना चाहिए. क्योंकि इस दौरान आंखों के पलक झपकने का रेट कम हो जाता है, जो बेहद जरूरी है.

सवाल- महिलाओं के लिए कोविड का दौर कितना चुनौती पूर्ण रहा?
मधुराज हॉस्पिटल की डॉक्टर आकांक्षा लूंबा ने बताया कि महिलाओं को कोरोना की दूसरी लहर ने खासा प्रभावित किया. हमने मरीजों को जितनी संभव हो सकी मदद की. हमारा एक ही उद्देश्य था कि कोई भी मरीज परेशान ना हो. साथ ही इस दौरान वर्किंग महिलाओं में मेंटल स्ट्रेस और डिप्रेशन देखने को मिला है. उन्होंने बताया कि इनकी काउंसलिंग कर रहे हैं कि कैसे उनको सामान्य जिंदगी की तरफ ले जाना है. 

16:10 PM

इस कार्यक्रम के दूसरे सत्र में हमारे साथ जुड़े-

महिंद्रा आई इंस्टीट्यूट एंड खैराबादा आई हॉस्पिटल के डॉक्टर मनीष महिंद्रा
मधुराज हॉस्पिटल की डॉक्टर आकांक्षा लूंबा

15:59 PM

यूपी में जितनी होजरी आइटम की खपत है, उस खपत की पूर्ति कानपुर से केवल 20 प्रतिशत है. बाकी 80 प्रतिशत पूर्ति कलकत्ता और त्रिपुरा की कंपनियां कर रही हैं. ऐसे में जरूरी है कि यूपी में, कानपुर में ऐसी सुविधाएं दी जाएं कि प्रोडक्शन बढ़ सके.

15:56 PM

यूपी में तो बड़ा अच्छा काम कर रहे हैं, लेकिन जेट निटवियर्स देश में धाक क्यों नहीं जमा पाया? इसपर बलराम नरुला जी ने बताया कि वह इसपर काम कर रहे हैं. गति धीमी है, लेकिन जल्द ही लक्ष्य तक पहुंचेंगे. जेट निटवियर्स एक ऐसा ब्रांड है, जो विशेष परिस्थितियों में यहां स्थापित है. बाकी ब्रांड तिरपुर और कलकत्ता में हैं, जहां खूब सुविधाएं हैं. लेकिन हमारे साथ ऐसा नहीं है. कानपुर में अभी तक वह सुविधाएं नहीं मिल पाई हैं.

15:56 PM

उद्योगपती कमलेश शर्मा से पूछा गया कि कानपुर में रियल एस्टेट के लिए कितना पोटेंशियल है? इसपर कमलेश जी ने बताया कि रियल एस्टेट में बहुत सारे विकल्प हैं. किसी भी फील्ड से आने वाला व्यक्ति प्रॉपर्टी का काम करता है. 

15:54 PM

आज के नकारात्मक माहौल में वास्तु कला का क्या महत्व है? इसपर विमल झाझरिया जी ने बताया कि हर आदमी सुखी जीवन जीना चाहता है. यह सिर्फ पैसे और अच्छे स्वास्थ्य से नहीं आता, बल्कि मन का अच्छा रहना भी जरूरी है. पहले के घरों में आंगन थे, सूर्य का प्रकाश आता था. विचार खुले रहते थे. लेकिन अब घर छोटे हो गए हैं, सूर्य की किरणें नहीं आती. इसलिए लोगों के विचार भी छोटे हो रहे हैं. बुजुर्गों की कोई नहीं सुनता. अहं में लोग रहने लगे हैं. ऐसे में वास्तु शास्त्र का काम है कि हम लोग लोगों के घरों में दिशाएं देखते हैं. एनर्जी चेक करते हैं. जो जगह खुली होनी चाहिए, लेकिन बंद हैं, उन्हें सही किया जाता है. 5 रुपये में भी लोग वास्तु कला का लाभ उठा सकते हैं. 

 

15:46 PM

इस कार्यक्रम के पहले सत्र में हमारे साथ जुड़े-

जेट निटवियर्स के एमडी बलराम नरुला
वास्तु कल्प के वास्तु एक्सपर्ट विमल झाझरिया
रियल एस्टेट कंपनी रॉयल ड्रीम्स प्रीइवेट लिमिटेड के डाइरेक्टर कमलेश शर्मा

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