लखनऊ: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के छह मेडिकल कॉलेजों (Six medical Colleges) में 12 नवंबर से सुपर स्पेशिएलिटी (super Specility Service) सेवा मिलना शुरू हो जाएगी. कानपुर, आगरा, प्रयागराज, मेरठ, झांसी, गोरखपुर मेडिकल कॉलजों में ये सुविधाएं मिलेंगी. इसके लिए कॉलजों में अलग से सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक बने हुए हैं. हार्ट, न्यूरो, लीवर, किडनी से जुड़ी बीमारियों का इलाज के लिए दिल्ली या लखनऊ जैसे शहरों को नहीं जाना पड़ेगा.


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यूपी के छह मेडिकल कॉलेजों में प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना (Prime Minister's Health Protection Scheme) के तहत करीब 3 सौ करोड़ रुपये की लागत से 200-200 बेड के सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक बनाए गए हैं. झांसी, प्रयागराज समेत कुछ जगह इनका लोकार्पण भी कर दिया गया. विशेषज्ञ डॉक्टर्स (Doctors) की कमी के चलते यहां पर संचालन प्रभावित रहा. अब फिर से इनको नए सिरे से चलाने की तैयारी हो रही है. खाली चल रहे सुपर स्पेशियलिटी के 269 पदों में से 114 पदों को भर दिया गया है.


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सुपर स्पेशियलिटी डॉक्टरों को बॉन्ड के तहत किया गया तैनात
चिकित्सा संस्थानों एवं मेडिकल कॉलेजों में इस साल डीएम (डॉक्टरेट ऑफ मेडिसिन) और एमसीएच (मास्टर ऑफ क्यूरिगियाई) की डिग्री पूरी करने वाले सुपर स्पेशियलिटी डॉक्टरों को बॉन्ड के तहत तैनात कर दिया गया है. इनकी तैनाती 2 साल के लिए असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर की गई है.


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