B.Ed में नहीं हो सका दाखिला तो आपके लिए है खास खबर, अभी भी ले सकते हैं एडमिशन
Advertisement
trendingNow0/india/up-uttarakhand/uputtarakhand1022688

B.Ed में नहीं हो सका दाखिला तो आपके लिए है खास खबर, अभी भी ले सकते हैं एडमिशन

जिन्हें पूल काउंसलिंग में हिस्सा लेने के बावजूद सीट अलॉट नहीं हो पाई. इसमें वही स्टूडेंट्स शामिल होंगे

B.Ed में नहीं हो सका दाखिला तो आपके लिए है खास खबर, अभी भी ले सकते हैं एडमिशन

लखनऊ: बीएड कोर्स (B.ED Course) में जिन स्टूडेंट्स को दाखिला  (Addmission) नहीं मिल पाया अब उनके लिए एक अच्छी खबर सामने आई है. पूल काउंसलिंग (Pool Counseling) में हिस्सा लेने के बाद एडमिशन न मिलने वाले अभयर्थी अब बीएड में दाखिला ले सकते हैं. दरअसल, पूल कांउसलिंग के बाद करीब 15 हजार सीटें खाली हैं. इनको भरने के लिए 8 नवंबर से दोबारा काउंसलिंग शुरू की जाएगी. 

इसके साथ ही, डायरेक्ट एडमिशन लेने के लिए अभ्यर्थी को 750 रुपये का नॉन-रिफंडेबल काउंसलिंग शुल्क ऑनलाइन जमा करना होगा. शुल्क महाविद्यालय स्तर पर ही जमा किया जाएगा. बता दें, सबसे पहले सभी स्टूडेंट्स की जानकारी लखनऊ विश्वविद्यालय (Lucknow University) की वेबसाइट पर चेक की जाएगी. इसके बाद अभ्यर्थियों को एडमिशन दिया जाएगा.

Zika Virus: कानपुर के बाद अब कन्नौज में जीका वायरस का एक केस मिला, 80 हुआ संक्रमितों का आंकड़ा

यह अभ्यर्थी ही ले पाएंगे काउंसलिंग में हिस्सा
मीडियो रिर्पोट्स के अनुसार, संयुक्त प्रवेश परीक्षा बीएड-2021 की राज्य समन्वयक प्रो. अमिता बाजपेयी ने बताया इस बार की बीएड B.ED काउंसलिंग पोर्टल (Counseling Portal) के माध्यम से की जाएगी. इसमें वही स्टूडेंट्स शामिल होंगे जिन्हें पूल काउंसलिंग में हिस्सा लेने के बावजूद सीट अलॉट नहीं हो पाई. 

आतिशबाजी के धुएं ने कई शहरों को बनाया 'डार्क रेड जोन', सांस लेना भी दुश्वार

6 नवंबर से शुरू होगी काउंसलिंग  (Counseling)
ऐसा पहली बार होगा जब लखनऊ विश्वविद्यालय अल्पसंख्यक कालेजों में बीएड कोर्स  (B.ED Course) में एडमिशन  (Addmission) के लिए अलग से काउंसलिंग (Counseling) कराएगा. इसका प्रोसेस 16 नवंबर से शुरू हो जाएगा. लेकिन यह एडमिशन के लिए आखिरी मौका होगा. इसके बाद एडमिश नहीं किया जाएगा. 

नोएडा एक्सप्रेस-वे पर सड़क हादसा: ट्रैक्टर-ट्रॉली में पीछे से जा घुसी कार, 2 लोगों की मौत

अल्पसंख्यक कालेज नहीं कराते एडमिशन एग्जाम
प्रो. अमिता बाजपेयी ने बताया कि कई बार अल्पसंख्यक कालेज खुद एग्जाम नहीं कराते. बल्कि संयुक्त प्रवेश परीक्षा में शामिल अभ्यर्थियों को वरीयता सूची (Priority list) से चयन करके अपनी प्रक्रिया पूरी करते हैं. बाद में प्रवेश वाले छात्रों की सूची सत्यापित करने के लिए भेजते हैं.  इस पूरे प्रोसेस में काफी समय लग जाता है.

WATCH LIVE TV

Trending news