महराजगंज जेल प्रशासन ने एनडीपीएस एक्ट में 11 साल से बंद नेपाली महिला कैदी का न सिर्फ इलाज़ कर उसे ठीक करवाया. बल्कि उसके रिहा होने पर बॉर्डर तक छुड़वाया. नेपाली महिला ने जेल प्रशासन को बोला शुक्रिया. पढ़े पूरी खबर..
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महराजगंज: यूपी के महराजगंज जिला कारागार में एनडीपीएस एक्ट में बंद कैंसर पीड़ित विदेशी महिला विमला का जेल प्रसाशन ने न सिर्फ इलाज कराया. बल्कि, उसे अपने वाहन से नेपाल सरहद तक छोड़ने का भी इंतजाम किया. जेल प्रशासन द्वारा की गई इस अच्छी पहल से जहां विदेश में भारतीय पुलिस का नाम ऊंचा किया है. वहीं नेपाल मूल की महिला के जेल प्रशासन को धन्यवाद कहते वक्त खुशी के आंसू निकल पड़े.
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पड़ोसी मुल्क नेपाल की रहने वाली विमला जो मादक पदार्थो की तस्करी में भारत नेपाल की सोनौली सीमा से 11 साल पहले गिरफ्तार किया गया था. पहले ये पहले गोरखपुर जेल में बंद थी. उसके बाद महराजगंज में नया जेल बनने पर इन्हें यहा स्थानांतरित कर दिया गया. लेकिन, इसी बीच इसके बच्चेदानी में कैंसर हो गया. महिला को ब्लीडिंग होने से पहले तो जेल प्रशासन को ये आम समस्या लगी. लेकिन, जब जांच हुई तब कैंसर जैसी भयावह बीमारी होने का होने का पता चला.
जिस समय विमला जेल में बंद थी और कोई उसका ख्याल रखने वाला नहीं था तब विमला के लिए जेल प्रशासन देव दूत साबित हुआ. डॉक्टरों के अनुसार इन लोगों ने न सिर्फ कैंसर पीड़ित विमला का इलाज करायां बल्कि उन्हें रिहा होने के बाद सरहद तक छोड़ने का भी इंतजाम किया. बीमारी के दौरान जेलर अरविंद श्रीवास्तव ने हर वो मुमकिन कोशिश की जिससे विमला की बीमारी का इलाज हो सके बीमारी के दौरान साथी कैदी शिवकुमारी ने भी उसकी देख रेख किया और जेल वार्डन प्रीती यादव ने भी हर कदम पर उनका साथ दिया. विमला आज रिहा होने के समय जेल प्रसाशन को धन्यवाद देते नही थक रही है और इसकी हर तरफ सराहना हो रही है.
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