प्राधिकरण गड़बड़ी मामले में पहले से ही दो आरोपी लेखाकारों को क्लीन चिट मिलने की खबर है, वहीं जांच के बाद दोनों इंजीनियरों के खिलाफ चार्जशीट तैयार करवा ली गई है.
Trending Photos
नोएडा: चहेती कंपनी को काम देने के लिए प्राधिकरण (Noida Authority) के वर्क सर्कल-5 में टेंडर से छेड़छाड़ की जांच पूरी तक ली गई है. सूत्रों के मुताबिक, फाइल जांच में अथॉरिटी के दो इंजीनियर का नाम सामने आया है. इसमें प्राधिकरण के तत्कालीन वर्क सर्कल के प्रभारी सीनियर मैनेजर एचएस खंपा और प्रभारी मुकेश कुमार फंसे हैं.
अब हफ्ते में 2 दिन चलेगी महाकाल एक्सप्रेस, काशी से जाएगी उज्जैन, किराया भी हुआ कम
इंजीनियरों के खिलाफ तैयार हुई चार्जशीट
प्राधिकरण गड़बड़ी मामले में पहले से ही दो आरोपी लेखाकारों को क्लीन चिट मिलने की खबर है, वहीं जांच के बाद दोनों इंजीनियरों के खिलाफ चार्जशीट तैयार करवा ली गई है. जिसे शासन के पास भेजा जाएगा. इसके बाद शासन मामले में कार्रवाई तय करेगा. बता दें इसी साल जून के महीने में प्राधिकरण टेंडर काम शुरू हुआ था. टेंडर वर्क सर्कल-5 के सेक्टर-67 का था. इसमें Block-A की सड़कों पर पटरियों पर सीसी पेवर ब्लॉक लगाने का काम किया जाना था. इस काम की लागत लगभग 93 लाख रुपये थी.
UP को मिली पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे की सौगात, CM योगी ने कहा- ये है नए उत्तर प्रदेश की तस्वीर
ऑनलाइन ही हुई पेपर में छेड़छाड़
इस काम को करने के लिए कुल 11 एजेंसी प्रकिया में शामिल हुई थीं, लेकिन पेपर पूरे न होने और टेंडर भरने में गड़बड़ी के आरोप लगाकर कुछ एजेंसियों को बाहर कर दिया गया था. पेपर के सभी वर्क ऑनलाइन किए गये थे. इसलिए पेपर में हुई गड़बड़ी भी ऑनलाइन के जरिए ही की गई थी. इस मामले में शक होने पर टेंडर से बाहर हुई एजेंसी के प्रतिनिधियों ने सीईओ रितु माहेश्वरी( CEO Ritu Maheshwari) से शिकायत की थी.
UP Police SI Exam 2021: बोर्ड ने रद्द किए 2400 से अधिक कैंडिडेट्स के आवेदन, जानें वजह
इसके बाद जनरल मैनेजर ने जांच की प्रकिया शुरूआत की थी. मामले की जांच में सामने आया कि टेंडर की सीडी से डाउनलोड किए गए पेपर में छेड़छाड़ की गई है. इसे देखते हुए प्राथमिक रिपोर्ट के आधार पर वर्क सर्कल प्रभारी एचएस खंपा, प्रभारी मैनेजर मुकेश कुमार, लेखाकार आशा सिंह और प्रदीप कुमार को उनके पद से हटाकर कार्मिक विभाग को भेज दिया गया है.
WATCH LIVE TV