गठबंधन के मंच पर फूटा कृष्णा पटेल का पारिवारिक दर्द, बोलीं- 'सारी बेटियां मेरे लिए एक समान, पर एक बेटी को भटकाया गया'
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गठबंधन के मंच पर फूटा कृष्णा पटेल का पारिवारिक दर्द, बोलीं- 'सारी बेटियां मेरे लिए एक समान, पर एक बेटी को भटकाया गया'

यूपी विधानसभा चुनाव (UP election 2022) को लेकर अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) से गठबंधन कर रही हैं अपना दल (Apna Dal) कमेरावादी की अध्यक्ष कृष्णा पटेल (Krishna Patel) 

गठबंधन के मंच पर फूटा कृष्णा पटेल का पारिवारिक दर्द, बोलीं- 'सारी बेटियां मेरे लिए एक समान, पर एक बेटी को भटकाया गया'

लखनऊ. यूपी विधानसभा चुनाव (UP election 2022) को लेकर कल ही यह खबर सामने आई कि अपना दल (Apna Dal) कमेरावादी की अध्यक्ष कृष्णा पटेल (Krishna Patel) ने अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) की 'साइकिल' पर सवारी करने का फैसला किया है. इस गठबंधन के साथ राजनैतिक गुणा भाग तो लगाए ही जाने लगे, साथ ही पटेल परिवार के विवादों की बात एक बार फिर सामने आ गई है. ऐसा होता नहीं है कि इस परिवार से जुड़ी कोई खबर सामने आए और इनके राजनैतिक वर्चस्व के चलते पैदा हुई पारिवारिक कलह की बातें न उठें. समाजवादी पार्टी से गठबंधन के लिए हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस भी कृष्णा पटेल से उनके परिवारिक विवाद को लेकर प्रश्न पूछे गए.

उन्होंने इस पर अपना दर्द जाहिर करते हुए कहा, 'सारी बेटियां मेरे लिए एक समान हैं. मुझे किसी से कोई खतरा नहीं है.  मेरी एक बेटी को भटकाया गया है. मेरी सभी बच्चियां एक ही स्कूल में एक ही छत के नीचे पढ़ी हैं. मेरे बच्चे मेरे ही विरुद्ध नहीं जा सकते. एक बेटी नासमझ है.'

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यहां समझें इस पारिवारिक विवाद को 
कृष्णा पटेल इस प्रेस कॉफ्रेंस में अपनी किस भटकी हुई बेटी की बात कर रही हैं, यह बताने के लिए हम इस परिवार के विवाद की इस पहेली को सामने रखते हैं. कृष्णा पटेल अपना दल के संस्थापक सोनेलाल पटेल (Sonelal Patel) की पत्नी हैं. उनकी दो बेटियां अनुप्रिया पटेल (मंझली बेटी) (Anupriya Patel) और पल्लवी पटेल (सबसे बड़ी) में अपने पिता की सियासी विरासत के लिए घमासान पहले से ही चला आ रहा है. अनुप्रिया पटेल को मोदी सरकार में मंत्री पद भी मिला हुआ है. अनुप्रिया पटेल और पल्लवी पटेल की अदावत के चलते अपना दल दो गुटों में बंट गया था. एक गुट अपना दल (एस) की कमान अनुप्रिया पटेल और उनके पति आशीष पटेल के हाथों में है तो दूसरे गुट अपना दल (कमेरावादी) की कमान मां कृष्णा पटेल और पल्लवी पटेल के हाथ में है. अभी हाल ही में सोनेलाल की तीसरी बेटी अमन पटेल भी इस विवाद के मैदान में कूद चुकी हैं. 

संपत्ति और राजनीति की विरासत पर लड़ाई
अमन पटेल ने कुछ समय पहले अपनी बड़ी बहन पल्लवी पटेल पर गंभीर आरोप लगाए थे. मां कृष्णा पटेल की सुरक्षा के लिए गुहार लगाते हुए उन्होंने डीजीपी को पत्र लिखकर कहा था- कि 2009 में पिता की मृत्यु के बाद मां कृष्णा पटेल व सभी बहनों की सहमति पर बड़ी बहन पल्लवी ने कानपुर स्थित पिताजी के समस्त कारोबार की बागडोर संभाली. बाद में साल 2015 में बिना किसी को जानकारी दिए हुए पिता की संपत्ति अपने नाम करा ली. जब संपत्ति वसीयत के कुछ मूल दस्तावेज वसीयत पंजीकरण कार्यालय से मिले तब उन्हें इस खेल की जानकारी हुई. मेरी बड़ी बहन पल्लवी पटेल ने अपने पति पंकज निरंजन को पिता के व्यावसायिक ट्रस्ट में बिना किसी जानकारी के सदस्य बना दिया है. बड़ी बहन पल्लवी और उनके पति पंकज निरंजन माता कृष्णा पटेल पर अनर्गल दबाव डाल रहे हैं.  

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मां पर जबरदस्ती दबाव डाला जा रहा 
अमन पटेल का यह भी आरोप है कि पल्लवी उनके पिता सोनेलाल पटेल की राजनीति विरासत को भी खत्म करने में जुटी हुई हैं. पिता सोनलाल पटेल फूलपुर लोकसभा सीट से लड़ते थे, वही उनका गढ़ थी. पिता की मृत्यु के बाद 2019 के लोकसभा चुनाव में माता कृष्णा पटेल को वहीं से लड़ना चाहिए था. पर पल्लवी ने अपने स्वार्थ की खातिर उन्हें फूलपुर से हटाकर जबरन गोंडा जैसी नई सीट से चुनाव लड़ाया, इस कारण से उन्हें हार मिली. फूलपुर  की मजबूत सीट पर पल्लवी पटेल के अपने पति पंकज निरंजन को चुनाव लड़वा दिया था. इसी तरह 2021 में प्रयागराज में पल्लवी पटेल ने मां कृष्णा पटेल पर दबाव डालकर खुद को पिता का राजनीतिक उत्तराधिकारी घोषित करवा लिया था. यह भी उनसे जबरदस्ती करवाया गया था.

अब इस सब पर क्या कहती हैं कृष्णा
कृष्णा पटेल जो पल्लवी पटेल का साथ देती आई हैं, उनका इस मामले में कहना है कि छोटी बेटी अमन पटेल ये सब आरोप अनुप्रिया पटेल के पति आशीष पटेल के कहने पर लगा रही हैं. आशीष  नहीं चाहते हैं कि यह परिवार कभी एक हो. अब यहां जान लीजिए कि आशीष पटेल केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल के पति हैं और अपना दल (एस) के कार्यकारी अध्यक्ष हैं. कृष्णा पटेल कहती हैं कि आशीष और अनुप्रिया की ओर से मेरे साथ विश्वासघात किया गया है. पहले अपना दल को कमजोर किया गया और अब छोटी बेटी को सामने रख बंटवारे व प्राॅपर्टी पर तरह-तरह की बातें की जा रही हैं. 

मां पल्लवी के साथ, दामाद निशाने पर
कृष्णा कहती हैं कि इस सबमें मेरी बड़ी पल्लवी पटेल को जबरन खलनायक बनाया जा रहा है जबकि पल्लवी ही वह बेटी है जो सोनेलाल पटेल जी की डेथ के बाद मेरे साथ खड़ी रही. उसने कारोबार व पार्टी और यहां तक कि मुझे भी संभाला. इस संपत्ति को कोई मेरी मर्जी के बगैर नहीं बांट सकता है.
इस सब आरोपों पर आशीष भी मीडिया के आगे आकर बात रख चुके है, एक चैनल से बात करते हुए उन्होंने कहा था कि- 'मुझे दुख है कि माताजी अपने मन की बात नहीं कह रहीं. पल्लवी और उनके पति पंकज निरंजन जो सिखा रहे हैं, वे वहीं बोल रही हैं. पल्लवी और पंकज माताजी पर दबाव बनाकर मेरे खिलाफ और भी झूठे आरोप लगवा सकते हैं. उनकी अमन पटेल अगर अपने अधिकार की बात उठा रही है, तो वह अपनी मर्जी से उठा रही है.'

अब इस सब कहानी से आप समझ ही गए होंगे कि कृष्णा उनकी सुरक्षा की गुहार लगाने वाली बेटी अमन को ही भटकी हुई बेटी बता रही हैं.

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