विवेक त्रिपाठी/लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जीरो टॉलरेंस पॉलिसी के तहत अपराधियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान में उत्तर प्रदेश पुलिस ने रिकॉर्डतोड़ सफलता हासिल की है. यूपी पुलिस ने 3 महीने में ऑपरेशन कनविक्शन के तहत अलग-अलग मुकदमों में दोषी पाए गए 10487 अभियुक्तों को सजा दिलाई है. इसका मतलब हर रोज 150 अपराधियों को सजा दिलाई गई. ऑपरेशन कनविक्शन अभियान में सजा का प्रतिशत 35 से बढ़कर 90 प्रतिशत हो गया. 


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जानकारी के मुताबिक बीते कुछ सालों से तुलना की जाए तो सजा दिलाने में 400 प्रतिशत से 1000 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. अपराधियों को सजा दिलाने में विवेचक और पैरोंकारों के साथ ही सरकारी वकीलों ने भी महत्तवपूर्ण भूमिका निभाई. शनिवार को पुलिस मुख्यालय में डीजीपी विजय कुमार ने सभी को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया. एक जुलाई से शुरू हुए ऑपरेशन कनविक्शन अभियान के नोडल अधिकारी एडीजी एटीएस मोहित अग्रवाल थे.


इन मामलों में दिलाई गई सजा


जानकारी के मुताबिक ऑपरेशन कनविक्शन के तहत तीन महीने में 7665 प्रकरणों में 10487 आरोपियों को सजा दिलाई गई. हत्या के 685, रेप और पॉक्सो के 1528, डकैती और चोरी के 2945 मामलों में सजा दिलाई गई. दो आतंकियों समेत दस को मृत्युदंड दिया गया. 1142 अभियुक्तों को आजीवन कारावास की सजा दी गई. 722 अभियुक्तों को 10 साल या उससे ज्यादा की सजा हुई है. 189 अभियुक्तों को 20 साल की सजा दी गई. बालिकाओं से रेप के कई मामलों में तीन महीने के अंदर आरोपियों को फांसी की सजा दिलाई गई.


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नोएडा पुलिस सबसे आगे


बताया जा रहा है सजा दिलाने में नोएडा पुलिस पहले नंबर पर रही. नोएडा में इस अभियान के तहत 408 अभियुक्तों को सजा दिलाई गई. वहीं, दूसरे नंबर पर सहारनपुर पुलिस रही, जिसने 244 अभियुक्तों को सजा दिलाई. अलीगढ़ में 236, बुलंदशहर में 228, फिरोजाबाद में 209 अभियुक्तों को सजा दिलाई गई. इसी तरह गाजियाबाद में 204, आगरा में 199, अमरोहा में 195, मुजफ्फरनगर में 186 और बाराबंकी में 177 अभियुक्तों को सजा दिलाई गई. 


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