लखनऊ। उत्तर प्रदेश समेत समूचे उत्तर भारत में घने कोहरे और शीत लहर ने ट्रेनों, हवाई जहाजों के साथ बसों की रफ्तार पर भी ब्रेक लगना शुरू हो गया है. कोहरे और कम दृश्यता के कारण दुर्घटनाओं को रोकने के लिए योगी सरकार ने बसों के संचालन को लेकर निर्देश जारी किए हैं.


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परिवहन निगम से कहा गया है कि दैनिक काउंसिलिंग के माध्यम से बस स्टेशन पर स्टॉफ को बस के प्रस्थान से पूर्व बताया जाए कि कोहरे के कारण दृश्यता कम होने की स्थिति में बस का संचालन रोक दें. पास के बस स्टेशन व यात्री प्लाजा (जिस दिशा में बस चल रही हो, उसके विपरीत दिशा के ढाबे को छोड़कर), पेट्रोल पंप, पुलिस थाना अथवा अन्य किसी सुरक्षित स्थान पर बस रोक दी जाए. कोहरा छंटने के बाद ही बसों का संचालन आगे बढ़ाया जाए. 


चालकों को दें कोहरे की जानकारी
उत्तर प्रदेश के परिवहन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह ने कहा कि कोहरे के समय किसी भी दशा में मार्ग के विपरीत दिशा में स्थित ढाबे पर बसों को न ले जाएं. ऐसी स्थिति में दुर्घटना की आशंका अधिक होती है. चेकिंग स्टाफ द्वारा इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए कि बस को मुख्य सड़क पर खड़ा न किया जाए. अपरिहार्य स्थिति में खड़ी बस की पार्किंग लाइट जलती रहनी चाहिए.


सड़क पर न खड़ी हों बसें
कोहरे और धुंध की दशा में हर बस स्टेशन पर अधिकारियों द्वारा रूट के बस स्टेशनों से सूचना लेकर अपने और अन्य क्षेत्रो की बसों को बस स्टेशन से मार्ग पर जाने के लिए अनुमति न दी जाए. चालक को अवगत कराया जाए कि कोहरे के कारण मार्ग में रुकावट है. कोहरे, बारिश, आंधी/तेज हवाओं के दौरान बस को धीमी व सुरक्षित गति में संचालित किया जाए. सड़क के किनारे विशालकाय पेड़ के नीचे वाहन रोका न जाए.


कोहरे में बस को निर्धारित गति सीमा से अधिक रफ्तार पर कभी भी संचालित न किया जाए. बस के आगे चलने वाले वाहन से पर्याप्त दूरी बनाए रखें ताकि किसी भी सड़क दुर्घटना से बचा जा सके. हाईवे एवं एक्सप्रेस-वे पर बने अनाधिकृत कट का इस्तेमाल कभी भी न किया जाए.


कोहरे के कारण दिल्ली हावड़ा रूट समेत प्रमुख रेल मार्गों पर 20 से ज्यादा ट्रेनें देरी से चल रही हैं. 135 के करीब उड़ानों को भी दिल्ली इंदिरा गांधी एयरपोर्ट से जयपुर और अन्य स्थानों की ओर डायवर्ट किया गया है.