UPTET Paper Leak के तार जुड़े व्यापमं घोटाले से, 20 लाख में तय हुआ था पेपर लीक का प्लान
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UPTET Paper Leak के तार जुड़े व्यापमं घोटाले से, 20 लाख में तय हुआ था पेपर लीक का प्लान

संतोष ने कबूला कि 27 नवंबर की रात 11.30 बजे यूपीटीईटी का पेप व्हॉट्सएप पर भेज दिया गया. इसके बाद रात 12.00 बजे रोशन को पेपर दे दिया गया. रोशन ने पेपर के बदले 5 लाख रुपये दिए. इसके बाद बाकी 3-4 लोगों को भी पेपर देने पर 10 लाख रुपये और कमाए...

UPTET Paper Leak के तार जुड़े व्यापमं घोटाले से, 20 लाख में तय हुआ था पेपर लीक का प्लान

लखनऊ: UPTET 2021 Paper Leak मामले में अब तार मध्य प्रदेश के व्यापम घोटाले से जुड़ते नजर आ रहे हैं. दरअसल, यूपीएसटीएफ ने पेपर लीक करने वाले मुख्यारोपी डॉ. संतोष चौरसिया को गिरफ्तार कर लिया है. राजधानी लखनऊ के आलमबाग के पास से आरोपी डॉ. संतोष को धर दबोचा गया. बताया जा रहा है कि संतोष व्यापम घोटाले का भी आरोपी है. साथ ही, उसने यह बात भी कबूल की है कि उसने 20 लाख रुपये में पेपर लीक करने की डील की थी. फिलहाल, एसटीएफ ने उससे पूछताछ पूरी कर ली है और आरोपी को जेल भेज दिया गया है.

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पूछताछ में सामने आया व्यापम घोटाले का नाम
जानकारी के मुताबिक, आरोपी डॉ. संतोष चौरसिया लखनऊ के आलमबाग में था, जब एसटीएफ ने उसे गिरफ्त में लिया. वह आगरा के बाह का रहने वाला है. जब उससे पूछताछ की गई तो खुलासा हुआ कि वह मप्र के व्यापमं घोटाले में भी गिरफ्तार किया जा चुका है. उस मामले में उसका साथी बांदा का रहने वाला विकास दीक्षित था.

फरवरी में हुई थी राहुल मिश्रा से मुलाकात
संतोष ने पुलिस के बताया है कि साल 2021 के फरवरी में उसकी मुलाकात प्रयागराज के राहुल मिश्रा और अनुराग शर्मा से हुई थी. राहुल का काम है पेपर लीक कराना और जौनपुर के वेदीराम के भाई मनीराम से उसके रिलेशन भी हैं. टीईटी पेपर के फॉर्म भरे जाने के समय संतोष की बातचीत राहुल से हुई थी. उस समय उसे बताया गया था कि पेपर प्रिंटिंग का काम ऐसी कंपनी को दिया जा रहा है, जबां से आराम से पेपर लीक किया जा सकता है. 

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राहुल मिश्रा को दिए थे 3 लाख रुपये
इसके बाद अक्टूबर में इन्होंने लखनऊ में मिलकर पेपर लीक का प्लान किया. संतोष ने एसटीएफ को बताया है कि उसने राहुल मिश्रा को 3 लाख रूपये भी दिए और फिर प्रयागराज चला गया. वहां रोशन पटेल नाम के शख्स से टीईटी पेपर के संबंध में बात की और फिर दिल्ली रवाना हो गया.

ऐसे किया पेपर लीक करने का प्लान
बताया जा रहा है कि संतोष ने कबूल किया है कि वह 26 नवंबर को नोएडा से लखनऊ आया था. इसके बाद 27 नवंबर की रात में रोशन पटेल मिला. उसी रात राहुल मिश्रा से उसकी बात हुई तो उसने पेपर लीक के लिए 40 लाख की डिमांड रखी. लेकिन, उसे मना कर दिया. इसके बाद डील 20 लाख में तय की गई. 

रात 11.30 बजे हुआ पेपर लीक
संतोष ने कबूला कि 27 नवंबर की रात 11.30 बजे यूपीटीईटी का पेप व्हॉट्सएप पर भेज दिया गया. इसके बाद रात 12.00 बजे रोशन को पेपर दे दिया गया. रोशन ने पेपर के बदले 5 लाख रुपये दिए. इसके बाद बाकी 3-4 लोगों को भी पेपर देने पर 10 लाख रुपये और कमाए.

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पेपर लीक होने की खबर फैली तो भाग गया संतोष
पेपर लीक होने की जानकारी जब बाहर आ गई तो संतोष ने अपना मोबाइल तोड़ दिया और लखनऊ से भाग गया. इसके बाद फरीदाबाद, नैनीताल, इंदौर और इटावा में इधर-उधर घूमता रहा और नए फोन और सिम इस्तेमाल करता रहा. अब एसटीएफ के संतोष चौरसिया के करीब 12-13 बैंक अकाउंट की डिटेल निकाल रही है.

एमपी में भी दर्ज हैं केस
जानकारी मिल रही है कि आरोपी संतोष चौरसिया के खिलाफ यूपी में तो केस दर्ज ही हैं, साथ ही एमपी के ग्वालियर और इंदौर में भी फ्रॉड, फर्जी डॉक्यूमेंट बनाने और परीक्षा अधिनियम, साजिश रचने जैसे कई बड़ी धाराओं में 6 मामले दर्ज हैं. इनमें से 5 केस ग्वालियर के झांसी रोड थाने में हैं और एक इंदौर के थाने में रजिस्टर्ड है. वहीं, पुलिस द्वारा दी गई जानकारी से यह भी पता चला है कि आरोपी संतोष ने फर्जी तरीके से MBBS की डिग्री ली है और नाम के आगे फर्जी डॉक्टर लगाता है.

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