देहरादून : उत्तराखंड चारधाम यात्रा में रजिस्ट्रेशन अब अनिवार्य होगा. बिना पंजीकरण के श्रद्धालु चार धाम यात्रा में हिस्सा नहीं ले सकेंगे. प्रत्येक दिन की तय सीमा के अंतर्गत ही पंजीकरण होगा. एक  दिन की समय सीमा खत्म होने पर अगले दिन का समय दिया जाएगा. यात्रियों को मेडिकल फिटनेस सर्टिफिकेट भी लाना होगा. चार धाम यात्रा क्षेत्रों में भीड़ नियंत्रित करने के लिए निर्देश जारी किए जाएंगे. उत्तराखंड मुख्य सचिव सुखबीर सिंह संधू ने दी जानकारी.


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22 अप्रैल से चारधाम यात्रा शुरू हो रही है. केदारनाथ धाम के कपाट 25 अप्रैल और बदरीनाथ धाम के कपाट 27 अप्रैल को खुलेंगे. लंबे समय से चली आ रही परंपरा के मुताबिक गंगोत्री व यमुनोत्री धाम के कपाट अक्षय तृतीया के दिन खुलते हैं. 22 अप्रैल को अक्षय तृतीया पड़ रही है लेकिन दोनों धाम के कपाट खुलने के मुहूर्त की घोषणा मंदिर समितियों द्वारा की जाएगी. 


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हेल्थ चेकअप से जुड़े नियम
चारधाम यात्रा के दौरान इस साल किसी भी रोग से पीड़ित श्रद्धालु चारों धामों की यात्रा नहीं कर सकेंगे. श्रद्धालुओं को यात्रा करने का मन बनाने से पहले मेडिकल जांच करवानी होगी. जांच में यदि श्रद्धालु यदि किसी बीमारी से पीड़ित पाए जाते हैं तो उन्हें यात्रा करने से वंचित रहना पड़ेगा. कोविड संकट के बाद के हालात से सबक लेते हुए इस साल यात्रा के दौरान पहले पड़ाव से ही थर्मल स्क्रीनिंग की तैयारी की जा रही है. हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक लंबी पैदल यात्रा के दौरान ऊंचाई वाले क्षेत्रों में ऑक्सीजन कम रहती है और ऐसे में पैदल यात्रा के दौरान अचानक शारीरिक तनाव बढ़ने की आशंका रहती है.


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