उत्तराखंड: `फायरब्रैंड` विधायक चैंपियन की हुई शानदार `घर वापसी`, बोले, `अनुशासन का पालन करूंगा`
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने विधायक चैंपियन के घर वापसी की घोषणा करते हुए कहा कि बीजेपी के किसी भी विधायक को अपनी हद पार करने की अनुमति नहीं है. पार्टी का हर विधायक जनता का सेवक है और जनता की सेवा ही करता रहेगा.
देहरादून: बीजेपी से निकाले गए खानपुर विधायक प्रणव सिंह चैंपियन की सोमवार को पार्टी में वापसी हो गई है. चैंपियन ने अपनी गलतियों पर खेद जताते हुए कहा कि वह फिर इस तरह की गलती नहीं करेंगे. इसके लिए उन्होंने प्रदेश की जनता से माफी भी मांगी. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने विधायक चैंपियन के घर वापसी की घोषणा करते हुए कहा कि बीजेपी के किसी भी विधायक को अपनी हद पार करने की अनुमति नहीं है. पार्टी का हर विधायक जनता का सेवक है और जनता की सेवा ही करता रहेगा.
चैंपियन ने कहा उन्हें 'पार्टी ने बुलाया'
प्रणव सिंह चैंपियन ने बीजेपी में वापसी के बाद कहा कि मैं बीजेपी में था, बीजेपी में रहूंगा. मुझे वैसा ही लग रहा है, जैसे वनवास खत्म करके भगवान राम घर वापस लौटे थे. उन्होंने अनुशासनहीनता के लिए माफी मांगी लेकिन साथ ही ये भी कह दिया कि न तो शराब पीना अपराध है, न ही शस्त्र लाइसेंस होना. चैंपियन ने बातों-बातों में ये भी कहा कि उनको पार्टी हाईकमान ने वापस बुलाया.
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा 'वापस आना चाहते थे चैंपियन'
उत्तराखंड में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने कहा कि, किसी के कारण किसी का काम न चले ऐसा नहीं होता. चैंपियन ने आग्रह किया कि वो वापस आना चाहते हैं, इसलिए उन्हें मौका दिया. वो किसी कारण से पार्टी से निष्कासित हुए थे. अब उन्हें दोबारा मौका दिया गया है.
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क्यों निकाले गए थे प्रणव सिंह चैंपियन?
उत्तराखंड के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी, तमंचा लहराने, बीजेपी के विधायक देशराज कर्णवाल के साथ खुलकर सामने आए मतभेद और पत्रकार के साथ गाली-गलौज करने के मामले में पार्टी ने चैंपियन को करीब 1 साल पहले बाहर का रास्ता दिखा दिया था. बीजेपी की कोर कमेटी की बैठक में चैंपियन ने अपना पक्ष रखते हुए तमाम गलतियों के लिए माफी मांगी. इसके बाद आज प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष बंशीधर भगत ने माला पहनाकर चैंपियन की पार्टी में वापसी कराई.
फायरिंग करने में चैंपियन
2006 में उन पर बहादराबाद में रोडवेज बस के ड्राइवर पर फायरिंग का आरोप लगा था. बस ड्राइवर ने उन्हें साइड नहीं दी थी.
2010 में कर्नाटक के मंगलौर के एक कार्यक्रम में फायरिंग करते हुए उनका वीडियो वायरल हुआ था.
2010 में ही रूड़की में एक होटल के मालिक पर गोली चलाने का भी प्रणव चैंपियन पर आरोप लगा था.
2013 में एक कैबिनेट मंत्री के आवास पर डिनर पार्टी में गोली चलाने का आरोप लगा था.
2015 में हरिद्वार के पथरी में खनन को लेकर ग्रामीणों पर गोलियां चलाने का भी उन आरोप लगा था.
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