उत्तराखंड के मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह को भारत सरकार की वेंचर- एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेस लिमिटेड (EESL) ने पहली इलेक्ट्रिक कार की चाभी सौंपी.
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देहरादून: उत्तराखंड के मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह को भारत सरकार की वेंचर- एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेस लिमिटेड (EESL) ने पहली इलेक्ट्रिक कार की चाभी सौंपी. सचिवालय में सोमवार को इलेक्ट्रिक कार की चाभी लेने के बाद प्रदेश के वित्त सचिव अमित नेगी ने कार का टेस्ट ड्राइव किया. इस मौके पर मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने कहा कि इलेक्ट्रिक कार वर्तमान की जरूरत है. अगर हमें आने वाले कल को बचाना है तो परंपरागत कार की जगह इलेक्ट्रिक कार का इस्तेमाल करना चाहिए. उन्होंने कहा कि इलेक्ट्रिक वाहन से कार्बन डाइऑक्साइड बहुत कम मात्रा में निकलती है, जिससे प्रदूषण पर नियंत्रण रखने में मदद मिलेगी.
पहले चरण में EESL से 20 कार किराए पर लिए जाएंगे
पहले चरण में EESL से 20 इलेक्ट्रिक कार किराए पर लिए जाएंगे. इसके लिए सरकार को EESL को हर महीना 38 हजार रुपए देने होंगे. इलेक्ट्रिक वाहन हर लिहाज से किफायती है. हर दिन एक कार को चार्ज करने में मात्र 15 रुपए का खर्च आएगा. जानकारी के मुताबिक इलेक्ट्रिक कार का एक किलोमीटर का खर्च मात्र 28 पैसे हैं. एकबार पूरी तरह से चार्ज हो जाने के बाद कार 140 किलोमीटर तक चल सकती है. मुख्य सचिव उत्पल सिंह ने कहा कि प्रदेश में चरणबद्ध तरीके से ई-वाहनों का संचालन बढ़ाया जाएगा. इस अवसर पर वित्त सचिव अमित नेगी, उर्जा सचिव राधिका झा, राज्य संपत्ति अधिकारी विनय शंकर पांडे समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे.