Building New Uttarakhand: मसूरी में पर्यटन को दिया गया बढ़ावा, जनता कार्यों से खुश- कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी
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Building New Uttarakhand: मसूरी में पर्यटन को दिया गया बढ़ावा, जनता कार्यों से खुश- कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी

ज़ी उत्तर प्रदेश उत्तराखंड का बुधवार को बड़ा कॉन्क्लेव हुआ. इस कॉन्क्लेव की थीम 'बिल्डिंग न्यू उत्तराखंड' (Building New Uttarakhand) है. जिसमें प्रदेश के सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने सैनिकों के लिए किए गए कार्यों, उद्योग, रोजगार, भाजपा सरकार के 5 साल के कामकाज सहित कई मुद्दों पर पक्ष रखा. उनसे बातचीत की एंकर राममोहन शर्मा ने.

Building New Uttarakhand: मसूरी में पर्यटन को दिया गया बढ़ावा, जनता कार्यों से खुश- कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी

देहरादून:  ज़ी उत्तर प्रदेश उत्तराखंड का बुधवार को बड़ा कॉन्क्लेव हुआ. इस कॉन्क्लेव की थीम 'बिल्डिंग न्यू उत्तराखंड' (Building New Uttarakhand) है. जिसमें प्रदेश के सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने सैनिकों के लिए किए गए कार्यों, उद्योग, रोजगार, भाजपा सरकार के 5 साल के कामकाज सहित कई मुद्दों पर पक्ष रखा. उनसे बातचीत की एंकर राममोहन शर्मा ने. 

मसूरी में क्या सुविधाएं डिवेलप हो रही हैं और कैसे आगे बढ़ा रहे हैं 
कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने बताया कि मुझे 10 साल मसूरी की सेवा करते हो गए हैं. मसूरी के अंदर जो सबसे बड़ी समस्या है वह जाम और पार्किंग की है. इसको लेकर काम कर रहे हैं.  साढ़े 32 करोड़ की पार्किंग तैयार हो गई है, जिसका लोकार्पण 10 दिन के अंदर होना है. जीरो पॉइंट पर पार्किंग बनाने जा रहे हैं जिसमें 800 गाड़ी खड़ी हो सकेंगी, उसका शिलान्यास भी हम इसी महीने करने जा रहे हैं. इसके अलावा 837 करोड़ की योजना स्वीकृत कराई है. हमने मसूरी की जाम से निपटने पर हमने काम किया है. 

कैबिनेट मंत्री जोशी ने कहा कि मैंने संकल्प लिया था कि मसूरी के लिए पानी लेकर आऊंगा. जिसके लिए 144 करोड़ की पेयजल योजना यमुना से लेकर मसूरी आ रहे हैं. इससे आने वाले 40 साल तक मसूरी की पेयजल समस्या का समाधान हो जाएगा. मसूरी के अंदर ऑक्सीजन प्लांट लगे हुए हैं. पहले लोगों के बीच  विधायक दिखते नहीं थे, आज कोई घटना होती है तो 40 मिनट के अंदर मैं वहां पहुंचा जाता हूं. 

सैनिकों के सम्मान में निकाली जाने वाली यात्रा को कैसा रिस्पॉन्स मिल रहा है. 
गणेश जोशी ने कहा कि शहीदों का सम्मान करना हर नागरिक का कर्तव्य है. मुझे भी 1976 से लेकर के 19383 तक 7 साल देश सेवा करने का मौका मिला. देश की सीमा पर जवान शहीद होते हैं लेकिन किसी ने इनकी चिंता नहीं की लेकिन जब अटल बिहारी बाजपेई प्रधानमंत्री बने और कारगिल का युद्ध हुआ तो पहली बार सीमा पर शहीद हुए जवानों का पार्थिव शरीर तिरंगे झंडे में पैतृक गांव भेजा गया. पूरे सैनिक सम्मान के साथ दाह संस्कार किया गया. उनके परिवार की चिंता की गई. गैस एजेंसी पेट्रोल पंप हम को दिए गए यह परंपरा बन गई यार इस परंपरा शुरुआत किसी ने की तो भारतीय जनता पार्टी ने की.

1972 से हमारे सैनिक वन रैंक वन पेंशन की मांग कर रहे थे. कांग्रेस सत्ता में थी, जब कांग्रेस सत्ता से बाहर जा रही थी तो 500 करोड़ का झुनझुना छोड़ दिया कि हम वन रैंक वन पेंशन लागू करेंगे. भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने वन रैंक वन पेंशन योजना लागू की. 20400 करोड़ इसमें खर्च हुए. जब उन्होंने बताया कि जब मैंने एक सैनिक से पूछा तुम्हारी पेंशन कितनी थी तो उसने कहा 13 सौ रुपये, जिसे आज 44 हजार रुपये महीना पेंशन मिल रही है.

शहीद सम्मान यात्रा के बारे में उन्होंने बताया कि पूरे प्रदेश के अंदर 1734 परिवारों को चयनित किया है. उनके घरों की पवित्र मिट्टी को कलश में लेकर आ रहे हैं. एक सम्मान पत्र उनको देंगे. 13 तारीख को उस पवित्र मिट्टी से भूमि पूजन होगा. पीएम मोदी ने कहा था कि यहां पर सैन्य धाम होना चाहिए. देश की सेना का 17.56 प्रतिशत की पूर्ति उत्तराखंड करता है. इसके अलावा देश की सीमा पर रक्षा करने वाला हर पांचवा सैनिक उत्तराखंड से होता है. सैनिकों के सम्मान में सैनिक धाम यहां पर बनाने जा रहे हैं. जिसमें म्यूजियम, थिएटर, अमर जवान ज्योति, सभी शहीदों के चित्र विवरण के साथ लगे होंगे ताकि भावी पीढ़ी उनसे प्रेरणा ले सकें.  

उन्होंने कहा कि अभी मैं 10 जिलों में से यात्रा को कर चुका हूं. हमने एक काम और किया है, जब कोई जवान शहीद होता है तो कुछ दिन तक तो लोग उसके घर में जाते हैं, उसके बाद भूल जाते हैं. पुष्कर सिंह धामी की सरकार ने फैसला किया है कि देश की सीमा पर रक्षा करते हुए जो भी जवान शहीद होगा, उसके परिवार के एक व्यक्ति को नौकरी देने का काम हमारी सरकार करेगी. 

सैनिक कल्याण विभाग के कर्मचारी आंदोलन पर क्यों चले जाते हैं
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि हमारे कुछ कर्मचारी संविदा पर काम करते थे. एक अधिकारी की लापरवाही से उनको संविदा से हटाया गया. कैबिनेट में चर्चा कर ली जल्द उसका निराकरण करेंगे.  साथ ही ब्लॉक प्रतिनिधि पर जो काम करते हैं उनका भी मानदेय बढ़ाने जा रहे हैं. 

अरविंद केजरीवाल पर साधा निशाना 
गणेश जोशी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर हमला बोलते हुए उन्हें देशद्रोही बताया. उन्होंने कहा कि यह वही केजरीवाल हैं जिन्होंने सेना की विश्वसनीयता पर सवाल उठाया. एक कर्नल के कंधे पर बंदूक रखकर सोचे कि प्रदेश में हो जाएगा जो होने वाला नहीं है. मैं पूरे प्रदेश में घूम रहा हूं, सारे सैनिक भारतीय जनता पार्टी के साथ हैं. कर्नल साहब को जल्दी यह समझ आ जाएगा. जोशी ने कहा कि उत्तराखंड के लोग बड़े मेहनती हैं. यहां के लोगों को फ्री का खाने का शौक नहीं है. यहां का जवान देश की सीमा पर रक्षा करता है यह देशभक्तों की भूमि है, यहां पर फ्री का खाने की आदत नहीं है. 

उद्योग सेक्टर में उत्तराखंड कितना आगे बढ़ा? 
उद्योग के क्षेत्र में लगातार तरक्की की है. मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के माध्यम से 3100 इकाइयों को हमने रोजगार दिया. जिससे हमने 8000 लोगों को रोजगार दिया. अगले मुख्यमंत्री स्वरोजगार नैनो योजना लेकर आए हैं, जिसके माध्यम से 20000 लोगों को लक्ष्य को रोजगार देने का लक्ष्य रखा है. वह छोटे-छोटे उद्योग नगर छोटे-छोटे उद्योग लगाएं, उसमें 50 हजार रुपये हम देंगे और 20000 की सब्सिडी देने जा रहे हैं.  पहले चरण में 5000 लोगों को लेकर जा रहे हैं. 

हमारी उद्योग की पॉलिसी संख्या विंडो सिस्टम उसको आसान किया है. अक्सर देखने में आता है कि कोई व्यक्ति इंडस्ट्री लगाना चाहता है तो उसको दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. हमने यह सुनिश्चित किया है कि कोई इंडस्ट्री लगाने आएगा, उसे 20 दिन के अंदर एनओसी देंगे. यह भी सुनिश्चित किया कि यहां के 70 प्रतिशत रोजगार यहां के स्थानीय लोगों के लिए सुनिश्चित किए गए हैं. कोरोना के बाद पहली बार किसी इंडस्ट्री को बंद नहीं होने दिया.

क्या उद्योग विभाग से रोजगार का सृजन हुआ है?
उन्होंने बताया कि इन्वेस्टर्स सम्मिट के बाद 10 हजार करोड़ का इन्वेस्टमेंट यहां आया है और लगभग 36000 लोगों को हमने रोजगार दिया है. कोरोनावायरस से 2 साल इसमें गति कम हुई है लेकिन हम आगे बढ़ रहे हैं. उद्योगों को बढ़ावा देने का काम कर रहे हैं. 2022 में फिर एक बार पुष्कर सिंह धामी की सरकार बनेगी. 

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