पहाड़ के युवाओं की प्रतिभा को निखार रहे पूर्व अधिकारी, पुलिस में भर्ती होने का सपना होगा पूरा
Advertisement

पहाड़ के युवाओं की प्रतिभा को निखार रहे पूर्व अधिकारी, पुलिस में भर्ती होने का सपना होगा पूरा

ट्रेनिंग रोजाना सुबह 6 बजे से शुरू होकर करीब 9 बजे तक चलती है, जिसमें युवाओं को हर उस कठिन दौर से गुज़रना पड़ता है जो पुलिस की ट्रेनिंग में बेहद आवश्यक है. कुछ युवा ऐसे भी हैं, जिनकी पारिवारिक पृष्ठभूमि पुलिस से रही हैं...

पहाड़ के युवाओं की प्रतिभा को निखार रहे पूर्व अधिकारी, पुलिस में भर्ती होने का सपना होगा पूरा

हल्द्वानी: अगर आप पुलिस में भर्ती होना चाहते हैं, तो खबर आपके लिये है. पूर्व IPS अधिकारी जीएस मर्तोलिया पुलिस मे भर्ती होने का सपना देखने वाले युवक-युवतियों को नि:शुल्क प्रशिक्षण दे रहे हैं. इस ट्रेनिंग में युवा जोर आज़माइश क़र अपना दमख़म दिखा रहे हैं.

'पूर्वांचल एक्सप्रेस' का नाम बदलने पर रेलवे कर रहा विचार, संजय निषाद ने रखी यह मांग

इन जगहों से आ रहे युवा
कड़ी धूप में मेहनत करते युवाओं की ये तस्वीरें हल्द्वानी स्टेडियम से हैं, जहां पुलिस में भर्ती होने का सपना देख रहे युवा पुलिस ट्रेनिंग का कठिन प्रशिक्षण ले रहे हैं. दौड़, लंबी कूद, पुशअप, बेस बॉल के जरिये युवा अपनी प्रतिभा को निखारने का प्रयास कर रहे हैं. इस प्रशिक्षण में हिस्सा लेने वाले अधिकतर युवा कुमाऊं के सीमांत इलाके मुनस्यारी, धारचूला, कपकोट, बागेश्वर और अल्मोड़ा से हैं.

सुनहरे भविष्य के लिए मील का पत्थर
ट्रेनिंग रोजाना सुबह 6 बजे से शुरू होकर करीब 9 बजे तक चलती है, जिसमें युवाओं को हर उस कठिन दौर से गुज़रना पड़ता है जो पुलिस की ट्रेनिंग में बेहद आवश्यक है. कुछ युवा ऐसे भी हैं, जिनकी पारिवारिक पृष्ठभूमि पुलिस से रही हैं. युवाओं के मुताबिक, वे सही मार्गदर्शन के अभाव में पीछे रह जाते हैं. यह शिविर उनके सुनहरे भविष्य के लिए मील का पत्थर साबित होगा.

पृथ्वीराज और आल्हा-ऊदल के युद्ध का साक्षी है मां शारदा का यह मंदिर, बड़ी दिलचस्प है कहानी

160 लड़कियां और 300 लड़के ट्रेनिंग में शामिल
पुलिस अफसर बनने का सपना लिये युवाओं की प्रतिभा को परख रहे हैं पूर्व IPS गणेश सिंह मर्तोलिया और पूर्व आईटीबीपी कमांडडेंट सुरेंद्र सिंह मर्तोलिया. युवाओं को सख्त दिशा निर्देश देना, कड़ी ट्रेनिंग, आचार-व्यवहार समेत अनेक चीजें रोज की ट्रेनिंग का हिस्सा हैं. पुलिस ट्रेनिंग में करीब 160 लड़कियां और करीब 300 लड़के हिस्सा ले रहे हैं, 

पहाड़ के युवाओं की प्रतिभा को निखार रहे पूर्व अधिकारी
इस ट्रेनिंग का बस उद्देश्य एक ही है कि अधिक से अधिक युवा पुलिस महकमे का हिस्सा बन सकें. पहाड़ के युवाओं की प्रतिभा किसी से छुपी नहीं हैं. बस जरूरत है, तो युवाओं के अंदर छुपी प्रतिभा को निखारने की. पूर्व अधिकारियों की इस शानदार पहल की तारीफ करनी होगी कि वे निःशुल्क कड़ी ट्रेनिंग के जरिये पहाड़ के युवाओं को पुलिस में भर्ती कराने के लिये तैयार कर रहे हैं. उम्मीद की जानी चाहिये कि पसीना बहा रहे युवाओं की मेहनत जरूर रंग लाएगी.

WATCH LIVE TV

Trending news