उत्तराखंड में महिला कांग्रेस ने 40 फीसदी टिकट देने की मांग की है. महिला सशक्तिकरण कांग्रेस की प्राथमिकता रहा है जबकि बीजेपी का मानना है की इस बार चुनावों में महिलाओं और युवाओं को ज्यादा से ज्यादा टिकट दिया जाएगा.
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देहरादून: यूपी की तर्ज पर उत्तराखंड में भी महिलाओं ने विधानसभा चुनाव 2022 के लिए टिकट की मांग रखी है. उत्तराखंड में महिला कांग्रेस ने 40 फीसदी टिकट देने की मांग की है. महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष सरिता आर्य के मुताबिक महिलाओं को राजनीति में सम्मानजनक भागीदारी दी जानी चाहिए. महिला सशक्तिकरण कांग्रेस की प्राथमिकता रहा है जबकि बीजेपी का मानना है की इस बार चुनावों में महिलाओं और युवाओं को ज्यादा से ज्यादा टिकट दिया जाएगा.
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उत्तराखंड में भी 40 फीसदी महिलाओं को दिया जाए टिकट
बीजेपी हो या कांग्रेस उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में अब महिलाएं अपनी भागीदारी तय करने की मांग करने लगी है, कांग्रेस का मानना है कि यूपी की तर्ज पर उत्तराखंड में भी 40 फ़ीसदी महिलाओं को टिकट दिया जाए. बीजेपी का मानना है कि इस बार युवाओं और महिलाओं को ज्यादा से ज्यादा टिकट दिया जाएगा, क्योंकि महिलाओं की राजनीति में भागीदारी बढ़ने से महिलाएं आत्मनिर्भर होंगी. इससे समाज, प्रदेश और देश का विकास भी होगा. उत्तराखंड राज्य में वर्तमान में राज्य में 70 विधानसभा सीटें हैं. 40 फीसदी के हिसाब से यदि देखा जाये तो महिलाएं 28 सीटों पर अपना दावा ठोक रही हैं.
राजनीति में महिलाओं की भागीदारी को तय किया जाए
उत्तराखंड कांग्रेस की मीडिया कोऑर्डिनेटर ज़रिता लेतफलोंग मानती है कि अब समय आ गया है कि राजनीति में महिलाओं की भागीदारी को तय किया जाए, और जिस तरीके से महिलाएं बढ़-चढ़कर राजनीति में हिस्सा ले रही हैं उससे उनकी भागीदारी तय होनी जरूरी है. इससे एक अलग तरह का बदलाव इस समय देखने को मिल रहा है. हालांकि चुनाव में कितने प्रतिशत महिलाओं को टिकट दिया जाएगा इस पर कांग्रेस आलाकमान को विचार करना है. उधर कांग्रेस पार्टी से महिला दावेदार भी अपने आप को सक्षम औऱ मजबूत मान रही हैं. उनका मानना है कि यदि पार्टी एक बार उन पर भरोसा जताया तो वे पार्टी की कसौटी पर खरा उतरने का पूरा प्रयास करेंगी.
बीजेपी के अंदर महिलाओं की भागीदारी बहुत बेहतर
बीजेपी का मानना है कि पिछले विधानसभा चुनाव से कहीं ज्यादा संख्या में इस बार महिलाओं और युवाओं को टिकट दिया जाएगा. उत्तराखंड बीजेपी के सह प्रभारी रेखा वर्मा के मुताबिक बीजेपी के अंदर महिलाओं की भागीदारी बहुत बेहतर रही है. उन्होंने कहा कि पिछले चुनाव में भी महिलाओं ने अपनी भागीदारी बखूबी निभाई. कई राज्यों में महिलाएं राजनीति में आगे भी बढ़ी है, लिहाजा इस बार भी महिलाओं की भागीदारी अच्छी संख्या में तय की जाएगी.
उत्तराखंड में ऐसा नहीं है की महिलाएं सियासी पिच पर कमजोर साबित हुई हों. पंचायतों में महिलाओं को 50 और निकाय में 33 फ़ीसदी आरक्षण हासिल है. यही वजह रही है की महिलाओं ने राज्य में खुद को साबित भी किया. अब देखना यही है कि 2022 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और बीजेपी कितनी फीसदी महिलाओं को सियासी पिच पर बैटिंग करने उतरती है.
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