क्या है वाराणसी का पुराना नाम? जानें कितनी पुरानी है शिव की नगरी
Advertisement
trendingNow0/india/up-uttarakhand/uputtarakhand2792270

क्या है वाराणसी का पुराना नाम? जानें कितनी पुरानी है शिव की नगरी

First name of Kashi: भारत के बनारस शहर को दुनिया का सबसे पुराना शहर माना जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस शहर का सबसे पहला नाम क्या था? आखिर इस शहर को प्राचीन समय में किस नाम से पुकारा जाता था.

First name of Kashi
First name of Kashi

 

 

 

First name of Kashi: काशी यानी वाराणसी का इतिहास हजारों साल पुराना है. भारत के बनारस शहर को दुनिया का सबसे पुराना शहर माना जाता है.  हिंदू मान्यताओं के मुताबिक भगवान शिव ने इस शहर को बसाया था. काशी को बनारस, वाराणसी, भोले की नगरी समेत कई अन्य नामों से भी जाना जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इन नामों में से सबसे पुराना नाम कौन सा है. 

सबसे प्राचीन नाम कौन सा...
आखिर वाराणसी का सबसे प्राचीन नाम कौन सा है ये सवाल आपके दिमाग में आता होगा? आपको बता दें कि वाराणसी का सबसे पुराना नाम काशी ही है. धार्मिक ग्रंथों में भी इस शहर का महिमामंडन काशी के नाम से ही किया गया है.काशी को कई बार काशिका भी कहा गया है. जानकारी के मुताबिक कई धार्मिक ग्रंथों में इसका उल्लेख है. कई रिपोर्ट्स में बताया गया है प्राचीन ग्रंथ ऋग्वेद में भी काशी का उल्लेख है. इसके अलावा स्कन्दमहापुराण में काशीखंड है, जिसमें काशी का जिक्र है. 

वाराणसी के कई प्राचीन नाम
वाराणसी के अलावा भी इस शहर के कई अन्य नाम हैं. हिंदू ग्रंथों में अविमुक्त क्षेत्र, आनन्दकानन, महाश्मशान, रुद्रावास, काशिका, तप:स्थली, मुक्तिभूमि, शिवपुरी, त्रिपुरारिराजनगरी, भारत की धार्मिक राजधानी, भगवान शिव की नगरी, विश्वनाथनगरी,‘मंदिरों का शहर, दीपों का शहर, ज्ञान नगरी के नाम से भी जाना जाता है. इसके अलावा  जित्वारी, आनंदरूपा, श्रीनगरी,शंकरपुरी, अपूर्णभावाभावभूमि, शिवराजधानी, गौरीमुख, महापुरी,विष्णुपुरी, हरिक्षेत्र, अलर्कपुरी, नारायणवास, तप:स्थली, धर्मक्षेत्र,  ब्रह्मवास, पोतली, सुदर्शन, जयनशीला, रम्यनगर, सुरुंधन, पुष्पवती, केतुमती, कासीनगर,मौलिनी, कासीपुर कासीग्राम भी है.

इसलिए कहलाया गया वाराणसी
इस शहर का नाम वाराणसी में मौजूद दो स्थानीय नदियों वरुणा नदी और असि नदी से मिलकर बना है. ये दोनों नदियां वरुणा और असि उत्तर और दक्षिण से आकर गंगा नदी में मिलती हैं. 
इसके अलावा इस शहर के नाम को लेकर ऐसा भी कहा जाता है कि प्राचीन काल में वरुणा नदी को वरणासि ही कहा जाता होगा, जिसके कारण ये शहर वाराणसी कहलाया है. जानकारों के मुताबिक कुछ पुराणों में भी इस शब्द की उत्पत्ति का जिक्र इसी रूप में मिलता है कि यह शहर वरणा या वरुणा और असि नाम की दो धाराओं के बीच में स्थित है. वाराणसी में वरुणा उत्तर में गंगा से मिलती है. वहीं, असि नदी की मुलाकात दक्षिण में गंगा से होती है. बौद्ध जातक कथाओं में भी वाराणसी का उल्लेख किया गया है. 

इन नामों से भी पुकारते
इसके अलावा इस शहर को बनारस, काशी, भोलेनाथ की नगरी आदि नामों से भी जाना जाता है. गंगा किनारे बसे होने के कारण और काशीविश्वनाथ का मंदिर होने पर काशी को गंगानगरी और काशीविश्वनाथ की नगरी भी कहा जाता है. दुनियाभर में वाराणसी को सबसे पुराना शहर माना जाता है. 

Trending news

;