BHU में देश का पहला हिंदू अध्ययन कोर्स शुरू, 7 सितंबर तक कर सकते हैं आवेदन
2 साल के इस कोर्स के लिए 40 सीटें हैं. ऑनलाइन आवेदन फॉर्म भरने की आखिरी डेट 7 सितंबर है.
विशांत श्रीवास्तव/वाराणसी: यूपी के वाराणसी स्थित बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (BHU) में देश का पहला हिंदू अध्ययन कोर्स शुरू किया गया. यहां पर भारतीय नहीं विदेशी छात्र भी एडमिशन ले सकेंगे. यह कोर्स 2 साल के लिए होगा. फिलहाल इस कोर्स में 40 सीटें हैं. इस कोर्स के लिए ऑनलाइन आवेदन फॉर्म 7 सितंबर तक भरा जाएगा और एंट्रेंस एग्जाम 3 अक्टूबर तक होगा.
कुछ महत्वपूर्ण बातें
2 साल के इस कोर्स के लिए 40 सीटें हैं.
7 सितंबर तक ऑनलाइन फॉर्म भरा जाएगा .
3 अक्टूबर को इंट्रेस एग्जाम आयोजित होगा.
परीक्षा में हिंदू धर्म और शास्त्रों से संबंधित सवाल पूछे जाएंगे.
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कोर्स में होंगे 4 सेमेस्टर
बीएचयू के भारत अध्ययन केंद्र के प्रोफेसर सदाशिव द्विवेदी ने बताया इस कोर्स के जरिए भारतीय संस्कृति और हिंदू धर्म को साइंटिफिक नजरिए से समझने में मदद मिलेगी. यह पाठ्यक्रम मास्टर स्तर पर होगा. मतलब इस कोर्स के लिए ग्रेजुएट होना जरूरी है. इस कोर्स में 4 सेमेस्टर होंगे. 16 प्रश्न पत्र और 16 पाठ्यक्रम प्रस्तावित की गई है. जिसमें 9 पाठ्यक्रम अनिवार्य हैं. सात वैकल्पिक पाठ्यक्रम होंगे.
हिंदू धर्म व संस्कृति पर आधारित है पूरा कोर्स
यह एक ऐसा कोर्स है जो पूर्णत: हिंदू धर्म व संस्कृति पर ही आधारित है. इस कोर्स के तहत देश में तत्व विज्ञान से लेकर सैन्य विज्ञान जैसे प्राचीन हिंदू शास्त्रों को एकेडमिक स्वरूप दिया गया है. इसका मुख्य उद्देश्य भारतीय परंपराओं और पद्धतियों विश्व पटल पर समझाना है. कोर्स में भारत के सिद्धांत, भारत के विचार और इन सिद्धांतों का किस तरीके से लोक कल्याण के लिए उपयोग किया गया, यह बताया जाएगा.
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अन्य सेंट्रल यूनिवर्सिटी में भी शुरू होगा ये कोर्स
इसके साथ ही वैदिक काल के व्यावहारिक विज्ञान और जीवन रहस्य को सामने लाएगा. इसमें रामायण, महाभारत, वेद, वेदांत, भाषा विज्ञान, कालिदास, तुलसीदास, आर्य समाज, बुद्ध, जैन और स्वामी विवेकानंद के स्थापित जीवन सिद्धांतों और नियमों के बारे में शिक्षा दी जाएगी. प्रोफेसर द्विवेदी ने बताया कि भविष्य में अन्य सेंट्रल यूनिवर्सिटी में भी यह कोर्स चलाया जाएगा. लेकिन सबसे पहले काशी हिंदू विश्वविद्यालय में शुरू किया जा रहा है.
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