यूपी के इस जिले में प्रदेश का सबसे बड़ा गांव है. जहां एक छोर से दूसरे छोर तक पहुंचने में महीनों लग जाते हैं. ऐसा कहा जाता है कि इस गांव में पंचायत चुनाव लड़ना विधायक का चुनाव लड़ने से भी ज्यादा कठिन होता है. क्या आप जानते हैं इस गांव की जनसंख्या कितनी है? अगर नहीं जानते तो चलिए, मैं आपको बताता हूं...
इस गांव में पंचायत चुनाव लड़ना विधायक चुनाव से कहीं कठिन होता है. गांव के बड़े क्षेत्रफल और सघन बस्तियों के चलते प्रत्याशी हर टोले तक पहुंच ही नहीं पाते. आइए आपको बताते हैं इस गांव के बारे में...
इस गांव के एक छोर से दूसरे छोर की दूरी लगभग 30 किमी तक फैली है. यहां एक प्रधान को गांव के कोने-कोने तक पहुंचने में कई महीनों का समय लग जाता है, जिससे प्रशासनिक कार्य काफी चुनौतीपूर्ण हो जाता है.
सोनभद्र का जुगैल गांव भौगोलिक रूप से उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा गांव है, जिसमें कुल 75 टोले शामिल हैं. खैर आइए जानते हैं इस गांव की जनसंख्या के बारे में....
मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, इस गांव की वर्तमाने में जनसंख्या करीब 40 हजार बताई जा रही है. वर्ष 2020 के पंचायत चुनाव में कुल 17342 मतदाता थे. जो कि अब यह संख्या लगभग 23 हजार तक हो गई है.
इन विशाल ग्राम पंचायतों की एक बड़ी समस्या यह है कि सरकार से मिलने वाला बजट सीमित होता है, जबकि गांव की जरूरतें कई गुना ज्यादा होती हैं. सड़कों, स्वास्थ्य, शिक्षा और इंटरनेट जैसी मूलभूत सुविधाएं हर टोले तक पहुंचाना संभव नहीं हो पाता, जिससे ग्रामीणों को रोजमर्रा की समस्याओं से जूझना पड़ता है.
लेख में दी गई ये जानकारी सामान्य स्रोतों से इकट्ठा की गई है. इसकी प्रामाणिकता की पुष्टि स्वयं करें. एआई के काल्पनिक चित्रण का जी यूपीयूके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.