अयोध्या: राम मंदिर निर्माण की तैयारी शुरू, तराशे गए पत्थरों की हो रही टेस्टिंग
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अयोध्या: राम मंदिर निर्माण की तैयारी शुरू, तराशे गए पत्थरों की हो रही टेस्टिंग

अयोध्या में विहिप की कार्यशाला के कर्मचारी तराशे गए पत्थरों को साफ करने का काम कर रहे हैं. दर्शन के लिए पहुंचने वाले पर्यटक भी कार्यशाला पहुंचकर तराशे गए पत्थरों की सफाई में सहयोग कर रहे हैं.

अयोध्या ​में विश्व हिंदू परिषद की कार्यशाला में राम मंदिर निर्माण के लिए तराशे गए पत्थरों की धुलाई करते लोग.

अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर विहिप की कार्यशाला में हलचल धीरे-धीरे तेज हो गई है. मंदिर निर्माण के लिए कार्यशाला में तराशे गए पत्थरों की टेस्टिंग के लिए सफाई का काम शुरू हो गया है. कार्यशाला के कर्मचारी तराशे गए पत्थरों को साफ करने का काम कर रहे हैं.

दर्शन के लिए पहुंचने वाले पर्यटक भी कार्यशाला पहुंचकर तराशे गए पत्थरों की सफाई में सहयोग कर रहे हैं. विहिप के मीडिया प्रभारी शरद शर्मा का कहना है कि राम मंदिर निर्माण की शुभ बेला निकट आ गई है. लोगों में राम मंदिर निर्माण की आस्था की किरण जगी है.

राम मंदिर निर्माण की तैयारी के रूप में पत्थरों की सफाई का कार्य किया जा रहा है. अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की रूप रेखा तैयार करने के लिए आगामी 20 जनवरी को प्रयागराज में विहिप की केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल की बैठक होगी. इसमें साधु-संतों के अलावा राम जन्मभूमि न्यास भी शामिल होगा. 

पिछले 30 वर्षों से जारी है पत्थर तराशी का काम
गौरतलब है कि अयोध्या में विश्व हिंदू परिषद की कार्यशाला में पिछले 30 वर्षों से पत्थर तराशी का काम जारी है. सुप्रीम कोर्ट से राम मंदिर के पक्ष में आए निर्णय के बाद विहिप और राम जन्मभूमि न्यास ने मंदिर निर्माण की रूप रेखा बनानी शुरू कर दी है. इस मामले में मंदिर निर्माण के लिए केंद्र सरकार की ओर से ट्रस्ट गठन का इंतजार है.

राम मंदिर निर्माण में उपयोग आने वाले 60 प्रतिशत से ज्यादा पत्थरों की तराशी हो चुकी है. मंदिर के पहले मंजिल के निर्माण के लिए पत्थर तैयार कर लिए गए हैं. राम मंदिर निर्माण में गुलाबी पत्थरों का प्रयोग किया जाएगा. ये पत्थर राजस्थान के भरतपुर से मंगाए गए हैं. अभी कुछ पत्थर भरतपुर में रिजर्व रखे हुए हैं.

अयोध्या में इस कार्यशाला की शुरुआत वर्ष 1990 के दशक में विहिप नेता अशोक सिंघल और महंत राम चन्द्र दास परमहंस ने की थी. विहिप ने राम मंदिर का मॉडल भी बनाया है. इसे सिद्ध संत देवरहा बाबा ने भी मान्यता देते हुए अपना आशीर्वाद था. 

जानिए कैसा होगा अयोध्या राम मंदिर का मॉडल
विहिप के दो मंजिले राम मंदिर मॉडल की बात करें तो यह 268 फिट 5 इंच लम्बा, 140 फिट चौड़ा है. मंदिर की धरातल से शिखर तक ऊंचाई 128 फिट है. विहिप के राम मंदिर मॉडल में 212 स्तंभ हैं, पहली मंजिल में 106 स्तंभ होंगे. दूसरी मंजिल पर राम दरबार होगा.

विहिप के प्रांतीय मिडिया प्रभारी शरद शर्मा का कहना है कि विहिप की केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल की बैठक 20 जनवरी को प्रयागराज में होने जा रही है. इस बैठक में राम मंदिर निर्माण पर गंभीर चर्चा होगी.

वहीं पत्थर तराशने की कार्यशाला में कार्यरत हनुमान यादव का कहना है की शिलाओं पर काई जम गई है. यह तराशे गए पत्थर राम मंदिर में लगने हैं. इसलिए पहले से ही तैयारी शुरू कर दी गई है. रामभक्त पर्यटक भी सफाई में सहयोग दे रहे हैं.

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