उत्तराखंड के नैनीताल में स्थित भीमताल अपने साफ नीले आसमान और जगमगाती झील के साथ शहरी भागदौड़ से दूर परिवार के साथ समय बिताने के लिए एक शानदार हिल स्टेशन है
यह शानदार हिल स्टेशन नैनीताल से लगभग 20 किलोमीटर दूर है जो देवदार, ओक, और झाड़ियों के घने जंगलों से घिरा हुआ है.
अंग्रेजी के अक्षर 'सी' के आकार की यह झील उत्तराखंड की सबसे बड़ी झीलों में से एक है जो 47 हेक्टेयर क्षेत्र में फैली है. और 1370 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है.
इस झील में बोटिंग, लुभावने सूर्यास्ता का आनंद ले सकते हैं. झील के बीच में एक द्वीप है जिसमें एक रेस्तरां, एक मंदिर और विभिन्न प्रकार की मछलियों का मछलीघर है.
बताया जाता है कि इसका ये नाम महाभारत के भीम के नाम पर रखा गया. मान्यता है कि झील का निर्माण भी महा बलशाली भीम ने ही किया था.
भीमताल झील के दूसरे छोर पर विक्टोरिया बांध है जिसके दोनों और फूलों के बगीचे हैं. बांध के पास ही 17वीं सदी में बना भीमेश्वर ऐतिहासिक मंदिर भी है.
यह कर्कोटक पहाड़ी पर स्थित एक प्राचीन नाग मंदिर है. इस मंदिर से हिमालय का शानदार नजारा दिखाई देता है. हर साल यहां शिवरात्रि और नागपंचमी पर मेला भी लगता है.
भीमताल क्षेत्र में आप कैंपिंग, कयाकिंग, पैराग्लाइडिंग और ट्रैकिंग जैसा साहसिक गतिविधियों का आनंद ले सकते हैं.
अक्टबूर नवंबर यहां आने के लिए सबसे अच्छा समय है क्योंकि दिसंबर और जनवरी में यहां सर्दी बहुत बढ़ जाती है जो कई लोगों को सहन नहीं होती.
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