यूपी के इस शहर से हुई थी शतरंज की शुरुआत, 1500 साल पुराना इतिहास

Shailjakant Mishra
Dec 13, 2024

शतरंज

शतरंज दुनिया के सबसे बेहतरीन खेलों में से माना जाता है. यह दिमाग, स्किल और निर्णय क्षमता से जीता जाता है.

लोकप्रिय खेल

शतरंज आज के समय में दुनियाभर में लोकप्रिय खेल में से एक है.

डी गुकेश

भारतीय ग्रैंडमास्टर डी गुकेश ने गुरुवार को सिंगापुर में वर्ल्ड शतरंज चैंपियनशिप जीतकर इतिहास रचा है.

रचा इतिहास

डी गुकेश ने चीन के डिंग लिरेन को हराकर खिताब जीता है. वह सबसे कम उम्र में यह खिताब जीतने वाले खिलाड़ी बने हैं.

कहां से शुरुआत

लेकिन क्या आपको पता है कि शतरंज का ईजाद उत्तर प्रदेश की इत्रनगरी कहे जाने वाले कन्नौज में हुआ था.

प्रमाण और घटनाओं का हवाला

कई रिसर्च स्कॉलर्स ने ऐतिहासिक प्रमाण और घटनाओं क हवाला देते हुए बताया है कि शतरंज की शुरुआत कन्नौज से हुई थी.

1500 साल पुराना इतिहास

शतरंज का इतिहास 15 सौ साल पुराना माना जाता है. जिसका अविष्कार भारत में हुआ था.

अष्टपद

शुरू में इसे अष्टपद (चौंसठ वर्ग) कहा जाता था. तब राजा प्यादे के तौर पर दासों को हाथी, घोड़ा बनाकर खेलते थे.

फारस पहुंचा

बाद में यह खेल फारस तक पहुंचा. जहां इसके नियम बदले और इसे नम मिला शतरंज.

हर्षवर्धन ने किया इजाद

कन्नौज के राजा हर्षवर्धन ने चतुरंगा के रूप में शतरंज का इजाद किया था. कहा जाता है कि इसी नीति से उन्होंने कई विदेशी राजाओं को हराया.

डिस्क्लेमर

लेख में दी गई ये जानकारी सामान्य स्रोतों से इकट्ठा की गई है. इसकी प्रामाणिकता की जिम्मेदारी हमारी नहीं है.

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