यूपी देश का पहला राज्य है जहां, ग्राम पंचायत स्तर पर क्लाइमेट एक्शन प्लान तैयार किया गया है. सीएम योगी आदित्यनाथ का कहना है कि यदि हम ग्राम पंचायतों को मजबूत कर लें तो चीजें अपने आप ही प्रभावी ढंग से आगे बढ़ती हुई दिखाई देंगी.
इसी कड़ी में दुनिया भर में आध्यात्म की नगरी के रूप में विख्यात अयोध्या को क्लाइमेट स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित करने के प्लान पर काम हो रहा है.
2022 में उत्तर प्रदेश शासन के वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा प्रदेश के 27 गांवों को कॉन्फ्रेंस ऑफ पंचायत के मौके पर सम्मानित किया गया. इन गांव ने सेल्फ मोटिवेशन से क्लाइमेट चेंज की दिशा में बेहतरीन काम किया.
उत्तर प्रदेश सरकार ने 26 बिंदूओं पर एक सर्वेक्षण कराया है. इसमें 27 जिले जलवायु न्याय के नजरिए से संवेदनशील पाए गए हैं. चित्रकूट, सिदार्थनगर, बहराइच,श्रावस्ती, बदायूं,कन्नौज, महोबा,ललितपुर,कौशांबी, प्रतापगढ़, जौनपुर,हरदोई, बांदा,बलरामपुर,झांसी ,गौंड़ा,हमीरपुर,भदोही,सुल्तानपुर,संतकबीरनगर,फर्रूखाबाद, उन्नाव,अमेठी, चंदौली,मुरादाबाद,रायबरेली और औरैया शामिल हैं.
क्लाइमेट स्मार्ट पंचायत में सौर ऊर्जा उत्पादन, वेस्ट मैनेजमेंट के साथ ही पौधारोपण को लेकर विशेष ध्यान दिया जाता है. खेतों में मेड़बंदी कराकर भूजल स्तर को ऊंचा उठाया जाता है.