संजीव जीवा के नाम से जाना जाता था संजीव माहेश्वरी
संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा यूपी के मुजफ्फरनगर का कुख्यात गैंगस्टर था
गैंगस्टर संजीव जीवा शुरुआती दिनों में एक डिस्पेंसरी में कंपाउंडर का काम करता था
संजीव जीवा जिस डिस्पेंसरी में कंपाउंडर का काम करता था. उसने उसी के मालिक का अपहरण करवा दिया था
कुख्यात अपराधी संजीव ने 1990 के दशक में कोलकाता के एक कारोबारी के बेटे का अपहरण किया था
कोलकाता के कारोबारी से उसके बेटे को छोड़ने के लिए संजीव जीवा ने दो करोड़ की फिरौती मांगी थी
अपहरण की वारदात को अंजाम देने के बाद संजीव जीवा ने हरिद्वार के नाजिम गैंग को जॉइन किया. कुछ दिन बाद दिर सतेंद्र बरनाला गैंग से हाथ मिला लिया था
संजीव जीवा भाजपा नेता ब्रह्मदत्त की हत्या के मामले में श आरोपी था, जिसमें मुख़्तार अंसारी भी एक आरोपी है
संजीव जीवा मुख्तार अंसारी, मुन्ना बजरंगी के अलावा भाटी गैंग के लिए भी काम करता था. जीवा के खिलाफ हत्या जैसे तीन दर्जन मामले बताए जाते हैं
लखनऊ जेल में बंद जीवा वहीं से अपना गैंग चलाता था. इसके अलावा संजीव पर कारोबारी अमित दीक्षित की हत्या का आरोप था, जिसमें उसे उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी