राजस्थान के कोटा में 150 से ज्यादा बड़े कोचिंग इंस्टीट्यूट आईआईटी-जेईई और मेडिकल एग्जाम नीट के
सालाना 2000 करोड़ रुपये से ज्यादा का टर्नओवर कोटा की कोचिंग सिटी का
कोटा कोचिंग सेंटर में रविवार को दो छात्रों ने अलग-अलग इलाके में खुदकुशी कर ली थी.
मेडिकल का देश भर में एक एग्जाम ऑल इंडिया प्री मेडिकल टेस्ट (AIPMT) होने के बाद यहां छात्रों की संख्या में बड़ा इजाफा
कोटा पुलिस और हॉस्टल एसोसिएशन ने संडे इज फनडे कार्यक्रम शुरू किया था, लेकिन उसी दिन 2 ने खुदकुशी की
कोटा में दो महीने के लिए कोचिंग सेंटरों में रूटीन टेस्ट लेने पर लगाई गई रोक
बिहार के रहने वाले मृतक सार्थक के भाई ने घटना से दुखी होकर कोटा छोड़ने का मन बनाया है.सार्थक अपने अन्य भाई और बहन के साथ सुवालका रेजीडेंसी मल्टीस्टोरी में फ्लैट में रहता था
दूसरा महाराष्ट्र का छात्र अविष्कार ने हॉस्टल की छठी मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली थी.
कमरों में एंटी हैंगिंग डिवाइस यानी पंखे से लटककर फांसी लगाने से रोकने के लिए उपकरण नाकाफी
स्टूडेंट सेल भी अवसादग्रस्त बच्चों से बात कर रहा. उन्हें समझाने का प्रयास कर रहा
मंत्री ने कहा,एसपी और कलेक्टर कोचिंग संचालक के प्रभाव में नहीं आएं.जो सीएम ने कहा है वो एक्शन लेकर दिखाएं,नहीं तो जनता एक्शन लेगी
राजस्थान के मंत्री प्रताप सिंह ने कहा, इन कोचिंग वालों का इलाज करेंगे, जब सीएम के कहने से नहीं समझ रहे तो कानून के डंडे से समझाएंगे