हर मां बाप का सपना होता है कि नवोदय ( navoday vidyalaya) में अपने बच्चों को पढ़ाए.
भारत में नवोदय विद्यालयों का अलग ही क्रेज है. हो भी क्यों न? एक तो ये देश के टॉप स्कूलों में गिने जाते हैं.
नवोदय विद्यालय के सभी विद्यालय सरकारी स्कूल की तरह ही हैं हैं. ये स्कूल छठी से 12वीं तक के लिए होते हैं.
इन विद्यालयों में कक्षा छटवीं से और कक्षा नवमीं से एडमिशन होता है. दाखिले एंट्रेंस टेस्ट के जरिए होते हैं.
शिक्षा मंत्रालय द्वारा संचालित सभी नवोदय विद्यालय आवासीय होते है.
उत्तर प्रदेश में कुल 76 नवोदय विद्यालय है. वहीं पूरे देश में 661 नवोदय विद्यालय है.
नवोदय विद्यालय में दाखिले के लिए जवाहर नवोदय विद्यालय सेलेक्शन टेस्ट देना पड़ता है.
इसके बाद एग्जाम में सफल होने वाले स्टूडेंट्स को इन कक्षाओं में दाखिला मिलता है. ये टेस्ट 6वीं और 9वीं दोनों कक्षाओं के लिए अलग अलग होता है.
एन्ट्रेंस एग्जाम देने के एक फाइनल मेरिट लिस्ट बनती है जिसके आधार पर छात्रों का चयन किया जाता है.